Garuda Purana: रुड़ पुराण हिन्दू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है. इसे जीवन, मृत्यु और कर्म के नियमों का मार्गदर्शन माना जाता है. इस पुराण में केवल धार्मिक कथाएँ नहीं, बल्कि जीवन में सही और गलत कर्मों का विवरण भी दिया गया है. यह ग्रंथ हमें चेतावनी देता है कि हमारे हर कर्म का फल मिलना निश्चित है.
गरुड़ पुराण के अनुसार, इंसान के पापों का लेखा-जोखा मृत्यु के बाद लिया जाता है. सही जीवन जीने वाले व्यक्ति को सुख और मोक्ष मिलता है, जबकि पाप करने वालों को नर्क की कष्टदायक सजा भुगतनी पड़ती है. आइए जानते हैं, कौन-से महापाप नर्क की ओर ले जाते हैं और इन पापों की क्या सजा मिलती है?
ये 5 महापाप ले जाते हैं नर्क की ओर
गरुड़ पुराण में पाँच प्रमुख पापों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें करना बहुत घातक माना गया है. इनसे बचना अत्यंत आवश्यक है.
भ्रूण हत्या
गर्भ में पल रहे जीवन की हत्या करना सबसे बड़ा पाप माना गया है. चाहे किसी कारण से भी यह कुकर्म किया जाए, इसके परिणाम बहुत भयंकर होते हैं. यह न केवल नर्क की सजा का कारण बनता है, बल्कि अगले जन्म में भी भारी कठिनाइयां लाता है.
मिलती है ये सजा: ऐसा करने वाले को नरक में भारी अग्नि की पीड़ा सहनी पड़ती है. उनकी आत्मा बार-बार जन्म और मृत्यु के चक्र में फंसती है. यह सजा इतनी भयंकर होती है कि अन्य पाप भी इसके सामने छोटे लगते हैं.
पराई स्त्री के साथ संबंध
किसी अन्य व्यक्ति की पत्नी या संबंध में हस्तक्षेप करना भी महापाप है. ऐसा करने वाला व्यक्ति नैतिक और आध्यात्मिक रूप से पतित होता है. गरुड़ पुराण में इसे नर्क की अत्यंत कष्टकारी सजा का कारण बताया गया है.
मिलती है ये सजा: ऐसे व्यक्ति को नरक में सरकती आग और झुलसने जैसी पीड़ा दी जाती है. उसे अपने पाप का बार-बार अहसास कराना होता है.
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सोने की चोरी
सोने या किसी अन्य बहुमूल्य धातु की चोरी करना भी गंभीर पाप है. यह केवल कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि धर्म का उल्लंघन भी है. चोरी करने वाले को नरक में अत्यधिक यातनाएं भुगतनी पड़ती हैं.
मिलती है ये सजा: चोरी करने वाले को नरक में लोहे के बंधनों में बांधकर जलाया जाता है. उनके हाथ-पैर लगातार तपते रहते हैं और दुख कभी खत्म नहीं होता है.
किसी का घर बर्बाद करना
दूसरों के घर में कलह, लड़ाई या आपसी झगड़े करवाना भी महापाप माना गया है. यह न केवल सामाजिक शांति के लिए हानिकारक है, बल्कि अपने जीवन में भी गंभीर परिणाम लाता है.
मिलती है ये सजा: ऐसा करने वाले को नरक में शूलों और कांटों से भरे मार्गों पर चलना पड़ता है. हर कदम पर उन्हें असहनीय पीड़ा का अनुभव होता है.
विश्वासघात
किसी का विश्वास तोड़ना, धोखा देना या छल करना भी बड़े पापों में आता है. विश्वासघात और भीतरघात न केवल संबंधों को नष्ट करता है, बल्कि नर्क में भयंकर पीड़ा दिलाता है.
मिलती है ये सजा: धोखेबाज को नरक में कड़वे पानी और आग दोनों में लगातार पीड़ा दी जाती है. उसे बार-बार अपने किए पापों का एहसास कराया जाता है.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।










