Diwali 2024: जिस तरह दशहरा और विजयादशमी के शुभ अवसर नीलकंठ, खंजन, पंडुकी आदि चिड़िया का दिखना विशेष शगुन और आने वाले दिनों में खुशहाली का संकेत माना गया है। उसे प्रकार दिवाली के मौके पर भी कुछ पक्षियों का दिखना बेहद शुभ माना गया है। बता दें कि दिवाली 5 दिवसीय त्योहारों की शृंखला मानी गई है, ये हैं धनतेरस, छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज। इस दौरान कुछ पक्षियों का दिखना आने वाले समय में समृद्धि में वृद्धि का संकेत माना जाता है। आइए जानते हैं, दिवाली के मौके पर घर में और घर के आसपास किन पक्षियों का दिखना परंपरागत रूप से क्या संकेत देता है और ये भाग्योदय में के विषय में क्या संकेत देते हैं?
उल्लू
उल्लू को लक्ष्मी जी का वाहन माना जाता है। दिवाली के दिन उल्लू का दिखना बेहद शुभ माना जाता है और यह धन लाभ का संकेत होता है। मान्यता है कि दिन में जब उल्लू दिख जाए तो उसकी दूर से ही पूजा कर लेनी चाहिए और यदि रात में दिख जाए तो अपनी मनोकामना उनसे कह देनी चाहिए।
गौरैया
देखें वीडियो: गौरैया दिखने का मतलब और शुभ संकेत
भारतीय संस्कृति में गौरैया से जुड़ी कई मान्यताएं और प्राचीन परंपराएं है। इस चिड़िया को बहुत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, गौरैया खुशहाल और सुखमय जीवन का प्रतीक है। घर में या उसके आस-पास गौरैया दिखने का अर्थ है, आप कुशल और व्यवस्थित जीवनयापन कर रहे हैं। दिवाली के समय इसके दिखने का मतलब होता है कि आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी और घर धन-धान्य से भर रहेगी। मान्यता है कि दिवाली के दिन गौरैया दिखने
तोता
दिवाली के दिन तोता देखना एक बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। सदियों से हमारे समाज में पक्षियों को लेकर कई मान्यताएं रही हैं और तोता उनमें से एक है। तोता को बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। दिवाली के दिन तोता का दिखना यह संकेत देता है कि घर में बुद्धि और विवेक बढ़ेगा। दिवाली पर तोता देखना यह भी संकेत देता है कि परिवार के सदस्यों को शिक्षा और ज्ञान प्राप्त होगा, इससे घर में सौभाग्य और समृद्धि लाने का मार्ग सुगम हो जाएगा।
मोर
भारतीय संस्कृति में मोर को सौंदर्य और आनंद का प्रतीक माना जाता है। न केवल दिवाली के दिन बल्कि कार्तिक के महीने में मोर का दिखना यह संकेत देता है कि घर में खुशियां आएंगी। यह खुशी धन के रूप में आने के प्रबल की संभावना रहती है।
खंजन
खंजन चिड़िया को भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान दिया गया है। इसे अक्सर सुंदरता और चंचलता का प्रतीक माना जाता है। दिवाली पर इसका दिखना घर में खुशी और उल्लास का संकेत होता है। साथ ही यह जीवन के सकारात्मक बदलाव की ओर भी इशारा करता है।
ये भी पढ़ें: Chhath Puja 2024: इन 9 चीजों के बिना अधूरी रहती है छठ पूजा, 5वां आइटम है बेहद महत्वपूर्ण!
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।