Shri Shaligram Ji Suno Vinti Hamari Lyrics in Hindi: तुलसी विवाह के मौके पर शालिग्राम और तुलसी का विवाह कराया जाता है. तुलसी विवाह के मौके पर शालिग्राम भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है. शालिग्राम भगवान विष्णु का एक स्वरूप माना जाता है. यह एक जीवाश्म पत्थर है, जो मुख्य रूप से नेपाल की काली गंडकी नदी के तल में मिलता है. यह काला पत्थर ही शालिग्राम होता है. आपको शालिग्राम भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनकी आरती अवश्य करनी चाहिए.
शालिग्राम जी की आरती (Shaligram Ji Ki Aarti)
शालिग्राम सुनो विनती मेरी ।
यह वरदान दयाकर पाऊं ॥
प्रात: समय उठी मंजन करके ।
प्रेम सहित स्नान कराऊँ ॥
चन्दन धुप दीप तुलसीदल ।
वरन -वरण के पुष्प चढ़ाऊँ ॥
तुम्हरे सामने नृत्य करूँ नित ।
प्रभु घंटा शंख मृदंग बजाऊं ॥
चरण धोय चरणामृत लेकर ।
कुटुंब सहित बैकुण्ठ सिधारूं ॥
जो कुछ रुखा सूखा घर में ।
भोग लगाकर भोजन पाऊं ॥
मन वचन कर्म से पाप किये ।
जो परिक्रमा के साथ बहाऊँ ॥
ऐसी कृपा करो मुझ पर ।
जम के द्वारे जाने न पाऊं ॥
माधोदास की विनती यही है ।
हरी दासन को दास कहाऊं ॥
शालिग्राम भगवान मंत्र (Shaligram Ji Puja Mantra)
“ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्”
शालिग्राम भगवान पूजा विधि (Shaligram Ji Puja Vidhi)
शालिग्राम का पंचामृत से स्नान अभिषेक करें. इसके बाद चंदन, फूल, तुलसी दल अर्पित करें, घी का दीपक जलाएं और शालिग्राम जी की आरती करें. अंत में शालिग्राम भगवान को फल, दूध, घी, पंजीरी, फल और मिठाई का भोग लगाएं और प्रसाद ग्रहण करें.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.










