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Chhathi Maiya Ki Aarti | जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला घवद से… छठ पूजा के दौरान जरूर पढ़ें छठी मैया की आरती

Chhathi Maiya Ki Aarti In Hindi: सृष्टि के रचयिता ब्रह्मदेव की मानस पुत्री और सूर्य देव की बहन छठी मईया की पूजा करना शुभ माना जाता है. खासकर, छठ पर्व के दौरान छठी मईया की आराधना करने से भक्तों को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. हालांकि, छठी मईया की पूजा उनकी आरती किए बिना अधूरी होती है. चलिए जानते हैं छठी मईया की सही और संपूर्ण आरती के बारे में.

Author Written By: Nidhi Jain Author Published By : Nidhi Jain Updated: Oct 23, 2025 18:06
Chhathi Maiya Ki Aarti Lyrics In Hindi
Credit- News24 Graphics

Chhathi Maiya Ki Aarti Lyrics In Hindi: सनातन धर्म के लोगों के लिए छठ पर्व का महत्व है, जो कि 4 दिवसीय महापर्व है. इस दौरान सूर्य देव और छठी मईया की पूजा की जाती है. साथ ही निर्जला व्रत रखा जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, छठी मईया सूर्य देव की बहन और ब्रह्मा जी की मानस पुत्री हैं, जिनकी पूजा करने से लंबी उम्र, खुशहाल जीवन और निरोगी का आशीर्वाद मिलता है.

छठी मईया की पूजा करने के साथ-साथ उनकी आरती पढ़ना या सुनना भी शुभ माना जाता है. इससे भक्तों को और उनके बच्चों को माता रानी का विशेष आशीर्वाद मिलता है. आइए अब जानते हैं छठी मईया की आरती के सही लिरिक्स के बारे में.

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छठी मईया की आरती (Chhathi Maiya Ki Aarti In Hindi)

जय छठी मैया ऊ जे केरवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मंडराए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए ॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
ऊ जे नारियर जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मंडराए ॥जय॥

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मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ॥जय॥

अमरुदवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मंडराए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए ॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
शरीफवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मंडराए ॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ॥जय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए ॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
सभे फलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मंडराए ॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ॥जय॥

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.

First published on: Oct 23, 2025 06:06 PM

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