Vastu Tips: वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में रखे सामान भी हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। दरअसल उनकी ऊर्जा हमारे जीवन पर पॉजिटिव और नेगेटिव इम्पैक्ट डालती है। इसी प्रकार घर का बाथरूम भी बेहद अहम माना जाता है, क्योंकि यहां हम खुद को शुद्ध करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम घर की एनर्जी को बहुत प्रभावित करता है। कुछ चीजें बाथरूम रखने से नेगेटिव वाइब्स आती हैं, जो सुख-शांति और पैसे पर असर डालती हैं।
वास्तु शास्त्र में कई ऐसे तरीके बताए गए हैं, जिनको अपनाकर आप अपने घर को पॉजिटिव एनर्जी से भर सकते हैं। वास्तु के ग्रंथ जैसे मानसार, विश्वकर्मा प्रकाश, और समरांगण सूत्रधार में घर के बाथरूम को नेगेटिव एनर्जी का सेंटर बताया गया है।
इस कारण इसे सही दिशा और तरीके से मेंटेन करना जरूरी है। कुछ चीजें बाथरूम में रखने से घर में नेगेटिव वाइब्स बढ़ती हैं, जिससे पैसा, हेल्थ, और फैमिली की पीस पर बुरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं, जिन्हें बाथरूम में नहीं रखना चाहिए।
पूजा का सामान
वास्तु शास्त्र में बाथरूम को क्लीनिंग और नेगेटिव एनर्जी वाला स्पेस माना जाता है। विश्वकर्मा प्रकाश के अनुसार बाथरूम भगवान की मूर्तियां, फोटो, पवित्र किताबें या यंत्र बाथरूम में रखना या ले जाना बिल्कुल गलत है। ऐसा करना भगवान का अपमान होता है, और घर में टेंशन या पैसे की तंगी आ सकती है। पूजा का सामान घर के नॉर्थ-ईस्ट कॉर्नर (ईशान कोण) में रखना चाहिए। पूजा रूम भी यहीं बनवाना चाहिए। , जहाँ पूजा रूम होता है।
गहने और कैश
मानसार ग्रंथ के अनुसार बाथरूम में सोना-चांदी के गहने या पैसे रखना आर्थिक तंगी को इनवाइट करता है। बाथरूम की नेगेटिव एनर्जी इन चीजों की पॉजिटिव वाइब्स को खराब करती है, जिससे फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
गहने और कैश को नॉर्थ डायरेक्शन में लॉकर या सेफ में रखने चाहिए, यह कुबेर की दिशा है।
खाने-पीने का सामान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम और किचन की एनर्जी एकदम ऑपोजिट है। समरांगण सूत्रधार के अनुसार बाथरूम में खाने की चीज, बर्तन, या किचन का कोई सामान रखना हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बीमारियां और धन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
टूटा-फूटा सामान
टूटी बाल्टी, मग, या लीक करने वाला नल बाथरूम में रखना नेगेटिव एनर्जी को बूस्ट करता है। मानसार के अनुसार टूटी चीजें रुकावटें और पैसे का नुकसान लाती हैं। इससे घर में स्ट्रेस भी बढ़ता है।
बाहर की तरफ शीशा
विश्वकर्मा प्रकाश के अनुसार बाथरूम के दरवाजे पर या बाहर की तरफ शीशा लगाना नेगेटिव एनर्जी को घर में फैलाता है। ऐसा शीशा टेंशन, हेल्थ इश्यूज और फैमिली प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है।
कहां होना चाहिए बाथरूम?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम नॉर्थ-वेस्ट या वेस्ट डायरेक्शन में बेस्ट होता है। बाथरूम को हमेशा साफ और ड्राई रखें। नेगेटिव वाइब्स कम करने के लिए हफ्ते में एक बार बाथरूम के कोने में सी-सॉल्ट (समुद्री नमक) की कटोरी रखें और इसे चेंज करते रहें। बाथरूम में लाइट कलर्स जैसे व्हाइट, लाइट ब्लू, या ग्रीन यूज करो, जो पीस और क्लीननेस देते हैं। लीक करने वाले नल फौरन ठीक करा दें। बाथरूम का दरवाजा और खिड़कियां बंद ही रखने चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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