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Religion

सावन में दिखें ये 5 संकेत, तो समझ लें स्वीकार हो गई आपकी पूजा

Sawan 2025: सावन का महीना हिंदू धर्म में शिव की आराधना के लिए होता है। इस महीने में लोग भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार से पूजन करते हैं। शास्त्रों में कुछ ऐसे संकेत बताए गए हैं, जिनके दिखने का मतलब है कि भगवान शिव ने आपकी पूजा स्वीकार कर ली है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Mohit Tiwari Updated: Jul 27, 2025 20:01
Sawan 2025
Credit- pexels

Sawan 2025: सावन का महीना हिंदू धर्म में भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह पांचवां महीना होता है। यह भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। शिव पुराण और स्कंद पुराण में सावन माह की महिमा और भगवान शिव की पूजा के महत्व का विस्तार से वर्णन किया गया है। मान्यता है कि सावन में विधिवत पूजा और व्रत करने से भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

शिव पुराण के अनुसार, सावन माह में भगवान शिव ने समुद्र मंथन के दौरान निकले कालकूट विष का पान किया था, जिससे वे नीलकंठ कहलाए। इस दौरान सभी देवी-देवताओं ने उनके ताप को शांत करने के लिए जलाभिषेक किया, जो सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाने की परंपरा का आधार बना। स्कंद पुराण के अनुसार सावन में भगवान शिव अपनी ससुराल आते हैं और उनकी पूजा से भक्तों को सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। सावन के सोमवार विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं, क्योंकि सोम (चंद्रमा) भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान हैं।

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शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि सावन में की गई पूजा और मंत्र जाप से भक्तों को आध्यात्मिक और भौतिक लाभ प्राप्त होते हैं। जब आपकी पूजा स्वीकार होती है, तो कुछ शुभ संकेत प्रकट होते हैं, जो आपकी भक्ति की सफलता को दर्शाते हैं। आइए जानते हैं कि वे कौन से संकेत हैं, जो सावन के महीने में दिखते हैं तो समझ लें कि आपकी पूजा स्वीकार कर ली गई है।

मानसिक शांति और तनाव में कमी

शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव की भक्ति से मन की अशांति दूर होती है और आत्मा को शांति मिलती है। यदि सावन माह में पूजा के बाद आपको मानसिक शांति का अनुभव हो और गुस्सा कम हो जाए। इसके साथ ही तनाव में कमी महसूस हो तो यह संकेत हैं कि भोलेनाथ आपकी पूजा से प्रसन्न हैं। यह भी माना जाता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करने से मन का चंचल स्वभाव शांत होता है, जो भगवान शिव की कृपा का प्रतीक है।

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सपने में शिव से जुड़ीं चीजों के हो जाएं दर्शन

शिव पुराण और ज्योतिषीय ग्रंथों के अनुसार कि जब भगवान किसी भक्त की पूजा स्वीकार करते हैं, तो वे स्वप्न के माध्यम से संकेत देते हैं। सावन में यदि आपको सपने में शिवलिंग, त्रिशूल, सांप, बेलपत्र या भगवान शिव का स्वरूप दिखाई दे, तो यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आपकी पूजा स्वीकार हो गई है। स्कंद पुराण के अनुसार, सांप भगवान शिव के गले का हार है और उनका सपने में दिखना शिव कृपा का प्रतीक है। सपने में शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए खुद को देखना भी आध्यात्मिक उन्नति और भगवान की कृपा का संकेत है।

अचानक शिव भक्ति में रुचि बढ़ना

शास्त्रों के अनुसार, जब भगवान किसी भक्त से प्रसन्न होते हैं, तो वे उनकी भक्ति को और गहरा करते हैं। यदि सावन में आपका मन अचानक शिव मंत्रों, जैसे महामृत्युंजय मंत्र या ‘ॐ नमः शिवाय’ के जाप, शिव चालीसा पाठ या शिव भजनों में अधिक रमने लगे, तो यह संकेत है कि भोलेनाथ आपकी पूजा स्वीकार कर रहे हैं। शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव की कृपा से भक्त का मन सात्विक और शुद्ध होता है, और वह बिना किसी स्वार्थ के भक्ति में लीन हो जाता है।

शुभ जीवों या संकेतों का दिखना

ज्योतिष शास्त्र और स्कंद पुराण के अनुसार, सावन में कुछ विशेष प्राणियों का दिखना भगवान शिव की कृपा का संकेत है। अगर आपको सावन में नीलकंठ पक्षी, सांप या सफेद गाय दिखाई दे, तो यह समझें कि आपकी पूजा भोलेनाथ तक पहुंच गई है। इसके अलावा, यदि आपके घर में तुलसी का पौधा हरा-भरा रहे या पूजा के दौरान दीपक की लौ स्थिर और तेज हो, तो यह भी शिव कृपा का संकेत है।

रुके हुए कार्यों का पूर्ण होना

शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव भक्तों के सभी संकटों का नाश करते हैं। यदि सावन माह में आपकी पूजा के बाद लंबे समय से रुके हुए कार्य, जैसे नौकरी, विवाह या आर्थिक समस्याओं का समाधान होने लगे, तो यह संकेत है कि भोलेनाथ आपकी पूजा से प्रसन्न हैं। स्कंद पुराण के अनुसार, सावन में भगवान शिव की कृपा से भक्तों को धन-धान्य, सुख-समृद्धि और मनचाहा वर प्राप्त होता है। यदि आपके जीवन में अचानक सकारात्मक बदलाव दिखें जैसे धन लाभ या पारिवारिक सुख तो यह आपकी पूजा की स्वीकृति का प्रतीक है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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First published on: Jul 27, 2025 08:01 PM

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