Shani dev Puja: हिंदू धर्म में शनिदेव को एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। उन्हें कर्मफलदाता और न्याय का देवता कहा जाता है। शनिदेव व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी के आधार पर सुख-दुख प्रदान करते हैं। उनकी कृपा से जीवन में स्थिरता, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है, लेकिन उनकी नाराजगी जीवन में कठिनाइयों का कारण बन सकती है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ कार्य ऐसे हैं, जो शनिदेव को क्रोधित कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि वे कौन से काम हैं, जिनसे शनिदेव नाराज होते हैं?
दूसरों के साथ अन्याय करना
शनिदेव को न्याय का प्रतीक माना जाता है। वे उन लोगों से विशेष रूप से नाराज होते हैं, जो दूसरों के साथ धोखा, छल या अन्याय करते हैं। चाहे वह किसी की मेहनत का हक मारना हो, झूठ बोलना हो या किसी कमजोर को सताना हो। ऐसे कार्य शनिदेव के कोप का कारण बन सकते हैं।
इस कारण हमेशा ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ व्यवहार करें। दूसरों की मदद करें और कमजोर वर्ग के प्रति दयालु रहें। शनिदेव की पूजा में उनको नीले फूल और तिल चढ़ाएं।
शराब और मांस का सेवन
शनिदेव को सात्विक और शुद्ध जीवन का प्रतीक माना जाता है। शराब, मांस या अन्य तामसिक भोजन का सेवन करना उनके क्रोध को आमंत्रित कर सकता है। आपको खासकर शनिवार के दिन या शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान इन चीजों से परहेज करना चाहिए। शनिवार को सात्विक भोजन ग्रहण करें और तेल से बनी चीजें, जैसे पूरी या पराठा खाने से बचें। इसके साथ ही शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि मंदिर में तेल का दान करें और ‘शनि चालीसा’ का पाठ करें।
बुजुर्गों और गुरुओं का अपमान
शनिदेव का स्वभाव गंभीर और अनुशासित है। वे उन लोगों से नाराज होते हैं जो अपने से बड़ों, बुजुर्गों या गुरुओं का अपमान करते हैं। माता-पिता, शिक्षक या किसी वरिष्ठ व्यक्ति की अवहेलना करना शनिदेव की नजर में अक्षम्य अपराध है। हमेशा अपने बड़ों का सम्मान करें। उनकी सेवा करें और उनकी बातों का पालन करें। शनिवार के दिन किसी बुजुर्ग को भोजन या वस्त्र दान करें। इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होगी।
जुआ और सट्टा खेलना
शनिवार के दिन जुआ और सट्टा नहीं खेलना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से शनिदेव क्रोधित हो जाते हैं। इसके साथ ही व्यक्ति को जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जो भी लोग शनिवार के दिन सट्टा लगाते हैं या जुआ खेलते हैं, उनको शनिदेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। इन कार्यों से घर की सुख-शांति भी भंग हो जाती है। भगवान शनिदेव की शनिवार के दिन पूजा करें और जुआ व सट्टे से दूर रहें।
कामचोरी करना
शनिदेव मेहनत और परिश्रम के देवता हैं। वे आलस्य और कामचोरी से नफरत करते हैं। जो लोग अपने कर्तव्यों से भागते हैं या बिना मेहनत के फल की इच्छा रखते हैं, उन्हें शनिदेव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम के प्रति ईमानदार रहें। कठिन परिश्रम करें और धैर्य रखें। शनिदेव की पूजा में ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें। शनिवार को किसी मजदूर या मेहनतकश व्यक्ति की मदद करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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