Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ चुनावी दंगल का आगाज हो चुका है। इसके लिए प्रदेश में केंद्रीय नेताओं का दौरा भी तेज हो गया है। इस बीच 16 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ का दौरा किया। इस दौरान शाह ने प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे। सीएम बघेल ने बेमेतरा के बिरनपुर हिंसा और भ्रष्टाचारियों को उलटा लटकाने के अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह आरोप लगाने के अलावा क्या कर सकते हैं ? वह धमकी दे रहे हैं चुनी हुई सरकार को, उनकी इन सब चीजों पर पीएचडी है।
यहां भाई-चारा और प्रेम की भाषा चलती है
सीएम भूपेश बघेल ने दिल्ली रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ये छत्तीसगढ़ है, यहां आदिवासी भाई रहते हैं, जो आदिवासी संस्कृति मानते हैं, गुरु घासीदास, स्वामी आत्मानंद और कबीर को मानने वाले लोग हैं। यहां भाई-चारा व प्रेम की भाषा चलती है और यहां डिवाइड एंड रूल की योजना नहीं चलेगी। उन्होंने आगे कहा कि शाह चाहते हैं कि किसी भी तरह छत्तीसगढ़ अदाणी को मिल जाए। वह अपने मंसूबे में कभी सफल नहीं होंगे।
यह भी पढ़ें- अमित शाह का बघेल सरकार पर हमला, बोले- प्रदेश सरकार पांच साल का हिसाब दे, यहां सिर्फ घोटाले हुए
40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर
इस दौरान बिरनपुर के मामले में सीएम बघेल ने कहा कि जो घटना घटी उसमें कार्रवाई हो गई, जो आरोपित हैं उनको गिरफ्तार करके चालान पेश कर दिया गया है और मुआवजे की घोषणा भी कर दी। इनके पास छत्तीसगढ़ में किसान, आदिवासी, महिला व युवा का कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि गृह मंत्री शाह से यह कहना चाहूंगा कि जब 2018 में डबल इंजन की सरकार थी, तब आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार 40 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे थे और आज नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गए। ये दोनों ही रिपोर्ट है और ये इनकी सरकार की ही रिपोर्ट है। सीएम बघेल ने बताया कि 17 अक्टूबर को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है, बहुत ही जल्द कांग्रेस की दूसरी सूची भी जारी कर दी जाएगी।