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Weight loss Yoga: रोज करें ये बेहद सरल आसन, पेट-कमर की चर्बी होने लगेगी गायब, जानें विधि

Weight loss Yoga: 1 जून को विश्व योग दिवस है। निरोग रहने के लिए हर किसी को अपने जीवन में योग को अपनाना होगा। इस मौके पर हम आपके लिए अर्ध चक्रासन के फायदे लेकर आए हैं। अगर आप भी वजन और पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं तो यह एक बढ़िया विकल्प है। […]

Edited By : Bhoopendra Rai | Updated: Jun 19, 2023 14:16
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Weight loss Yoga
Weight loss Yoga

Weight loss Yoga: 1 जून को विश्व योग दिवस है। निरोग रहने के लिए हर किसी को अपने जीवन में योग को अपनाना होगा। इस मौके पर हम आपके लिए अर्ध चक्रासन के फायदे लेकर आए हैं। अगर आप भी वजन और पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं तो यह एक बढ़िया विकल्प है। पेट की चर्बी घटाने में अर्धचक्रासन आपकी मदद कर सकता है, जानिए इसकी विधि।

क्या है अर्धचक्रासन योगा?

अर्ध चक्रासन मॉडर्न योगा में एक स्टैंडिंग पोज है, इसका नाम संस्कृत के तीन शब्दों से मिलकर बना है, अर्ध, चक्र और आसन. इसमें अर्ध का अर्थ है आधा, चक्र का अर्थ है पहिया, और आसन का अर्थ है मुद्रा. इस आसन में आपका शरीर आधे पहिये के आकार में होता है, इसलिए इसे हाफ व्हील पोज़ (Half Wheel Pose) भी कहते हैं।

हठ योग का आसन है अर्धचक्रासन

अर्ध चक्रासन (Ardha Chakrasana) को मुख्य रूप से हठ योग का आसन माना जाता है। इसके अभ्या से पेट के आसपास वाले हिस्से पर दबाव पड़ता है. लिहाजा पेट की चर्बी कम होती है और आपकी कमर सही आकार में बदलती है। इसे करने से मन को शांति भी मिलती है।

कैसे किया जाता है अर्धचक्रासन

  • सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।
  • फिर हाथों को अपनी कमर पर रख लें।
  • अब शरीर के ऊपरी हिस्से को पीछे की ओर मोड़ें।
  • कोशिश करें कि आपका धड़ ज्यादा से ज्यादा पीछे की ओर झुका हो।
  • क्षमता के अनुसार कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में बने रहें।
  • इस तरह आप रोज 10 मिनट तक इस आसन का अभ्यास करें।

अर्धचक्रासन के फायदे

  1. शरीर की क्षमता (स्ट्रेंथ) बढ़ाता है
  2. वजन को कंट्रोल करने में मददगार है।
  3. पाचन तंत्र को बेहतर करता है।
  4. रीढ़ को लचीला बनाने में मददगार है
  5. कमर को स्ट्रेच करके पेट की चर्बी कम करता है।

अर्धचक्रासन के दौरान रखें ये सावधानियां

  • हाई बीपी के मरीजों को हाफ व्हील पोज का प्रयास नहीं करना चाहिए।
  • डायरिया और अस्थमा के मरीज इसका अभ्यास न करें।
  • गले में, रीढ़ की हड्डी में चोट होने पर इसे करने से बचें।
  • जिन्हें वर्टिगो है वे इस आसन की प्रैक्टिस के दौरान बहुत सतर्क रहें।

Disclaimer: संबंधित लेख पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए है। न्यूज24 इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि इसके बारे में चिकित्सीय सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।

First published on: Jun 19, 2023 02:16 PM

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