MahaKumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के शुरु होते ही, भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है। यहां श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाने आते हैं। महाकुंभ में केवल देश ही नहीं, बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाने पहुंचे हैं। ऐसे में यहां का नजारा और भी ज्यादा सुंदर लगता है।
1) कब तक चलेगा महाकुंभ ?
प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ की शुरुआत हुई थी और यह 26 फरवरी 2025 को समाप्त होगा। 2 महीने से भी ज्यादा चलने वाले इस मेले में अब तक करोड़ों श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं और आने वाले दिनों में अभी और श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसलिए अगर आप भी अभी तक महाकुंभ नहीं गए है तो बचे हुए दिनों में महाकुंभ ट्रेन से जा सकते हैं।
2) महाकुंभ में एक दिन का ट्रिप करें प्लान
अगर आप कहीं दूर से आ रहे हैं, तो ध्यान रखें, अपने साथ केवल जरूरी सामान ही साथ में रखें, क्योंकि घाट तक किसी भी वाहन के जाने की सुविधा नहीं है। इसलिए आपको अपना पूरा सामान लेकर काफी लंबा चलना पड़ सकता है। अकेले यात्रा पर जाने की बजाय अपने साथ किसी एक साथी को जरूर रखें या समूह में जाए। इससे जब आप वहां पवित्र डुबकी लगाने जाएंगे तो, आपके सामान का ध्यान आपके साथ जाने वाले लोग रखेंगे, क्योंकि यहां लोगों का सामान गायब होने में देर नहीं लगती। कोशिश करें कि आप सुबह के समय भीड़ होने से पहले प्रयागराज पहुंच जाएं। पूरे दिन मेले में घूमने के बाद आप शाम के समय वापस अपने घर लौटने के लिए ट्रेन या बस से निकल सकते हैं।
3) महाकुंभ में होने वाली परेशानी और उनके उपाय
महाकुंभ में टेंट की सुविधा तो है, लेकिन यह काफी ज्यादा महंगा है। इस समय प्रयागराज में होटल भी बहुत महंगे हैं। दुसरी तरफ, सार्वजनिक टेंट में लोगों को रहने के लिए जगह ही नहीं मिल पा रही है। ऐसे में काफी लोगों को सड़कों पर रात गुजारनी पड़ रही है। अगर आप महाकुंभ में रात गुजार रहे हैं, तो अपने साथ शॉल और चादर जैसी चीजें जरूर लोकर जाएं। आगर आपको सोने की जगह नहीं भी मिलती है, तो आप चादर और शॉल से खुद को ठंड में राहत दे सकते हैं। प्रयागराज में अगर न चाहते हुए भी आपको रुकना पड़ रहा है, तो होटल आप मेले से दूर जाकर भी ले सकते हैं, क्योंकि मेले से दुर आपको होटल सस्ते मिल सकते हैं।
4) परेशानियों का उपाय मिलने पर एक दिन की ट्रिप इस तरह बनाएं यादगार
- लेटे हनुमान जी मंदिर (Lete Hanuman Mandir): महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने के बाद लेटे हनुमान जी के मंदिर जरूर जाएं। यहां हनुमान जी की यह अनोखी मूर्ति लेटी हुई दिखाई देती है और यह मंदिर मनोकामना को पूरी करने के लिए मशहूर है। यह पुराना मंदिर महाकुंभ के समय श्रद्धालुओं और वीआईपी मेहमानों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
- अखाड़ों को देखें (Akhara visit) : हनुमान जी के दर्शन करने के बाद आप अखाड़ों की तरफ जा सकते हैं। महाकुंभ के समय अखाड़ों को देखना एक खास अनुभव होता है। यहां संतों और साधुओं की भव्यता और उनकी साधनाएं भी देखने को मिलेंगी। आप 13 प्रमुख अखाड़ों के शिविरों में जाकर उनकी परंपराओं और रोज की गतिविधियों को पास से देख सकते हैं और एक अनोखा अनुभव कर सकते हैं। ऐसा अनुभव आपको सिर्फ महाकुंभ में ही मिल सकता है।
- शिवालय पार्क (Shivalay Park) : आप शाम होते ही शिवालय पार्क की तरफ जा सकते हैं। यह पार्क अपनी एक खासियत के लिए मशहूर है। यहां आपको एक ही जगह पर 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने को मिलेंगे। यहां का शांत वातावरण और सुंदर मंदिर परिसर आपकी शाम को अनमोल बना देगा। इतना ही नहीं इस पार्क में समुद्र मंथन, नंदी स्ट्रैचू के साथ आपको सभी 27 नक्षत्रों के बारे में भी बहुत ही विस्तार से जानकारी मिलेगी।
- शास्त्री ब्रिज (Shastri Bridge) : शिवालय पार्क के बाद आप शाम को ही शास्त्री ब्रिज जा सकते हैं। यह जगह अंधेरे में रोशनी से जगमगा उठती है और ऐसा लगता है जैसे पूरा शहर तारों से घिरा हुआ हो। इस जगह से पूरे प्रयागराज का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।
- गंगा आरती (Ganga Aarti): आप रात को 7 बजे संगम तट पर गंगा आरती का पवित्र नजारा देख सकते हैं। यह आरती महाकुंभ का मुख्य आकर्षण है। मंत्रोच्चारण ,दीपों की रोशनी और भक्तों की भीड़ इस आरती को सुंदर अनुभव बना देती है।
- वॉटर लेजर शो (water laser show): आप 8 बजे काली घाट पर बोट क्लब के पास वॉटर लेजर शो का आनंद ले सकते हैं। इस शो में आज की तकनीक से गंगा और भारतीय संस्कृति की कहानी दिखाई जाती है। आप महाकुंभ में हैं तो इसे जरूर देखें।
अगर आपको महाकुंभ से जुड़ी खास बातें आपको पता होंगी, तो आपको दिक्कतों का सामना लहीं करना पड़ेगा।
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