International Daughter Day 2023: वैसे तो बेटियों के लिए हर दिन खास होता है। हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को ‘इंटरनेशनल डॉटर्स डे’ मनाया जाता है। आज यानी 24 सितंबर को पूरी दुनिया में ‘इंटरनेशनल डॉटर्स डे’ के तौर पर मनाया जा रहा है। आज के समय में बेटियां हर क्षेत्र में अपना काम बखूबी कर रही हैं, ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन को मनाने का उद्देश्य, इतिहास और महत्व के बारे में।
इंटरनेशनल डॉटर्स डे का महत्व
आज के समय में भी कई लोग ऐसे हैं जो बेटी होना अभिशाप मानते हैं और वो सिर्फ बेटे की चाहत रखते हैं। कन्या भ्रूण हत्या का यह सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में यह हमारे समाज की जिम्मेदारी है कि हम इस मानसिकता को बदलें और बेटियों को कमजोरी नहीं बल्कि अपनी ताकत समझें।
ये भी पढ़ें- Tissue Saree Style Tips: पार्टी की स्टार बनना चाहती हैं तो ऐसे स्टाइल करें साड़ी
डॉटर्स डे का इतिहास
दुनियाभर में आज भी कई ऐसे देश हैं जहां लड़कियों को बोझ समझा जाता है। उन्हें प्रताड़ित किया जाता है और कई सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र ने इस असमानता की खाई को पाटने का बीड़ा उठाया। ऐसे में लड़कियों के महत्व को समझते हुए संयुक्त राष्ट्र ने साल 2012 में बेटियों को एक दिन समर्पित किया। संयुक्त राष्ट्र की इस पहल का दुनियाभर के लोगों ने समर्थन किया। तब से हर साल सितंबर महीने के चौथे रविवार को डॉटर्स डे मनाया जाता है। ऐसे कई देश हैं जहां इसे अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है।
उद्देश्य क्या है ?
इस दिन को मनाने का उद्देश्य बेटियों को यह बताना है कि वह कितनी खास हैं और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस दिन को मानने का यह भी एक कारण कि समाज को यह संदेश दिया जा सके कि लड़कियों के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उन्हें लड़कों के समान अधिकार दिया जाना चाहिए।