How To Say No: हम सभी के जीवन में अक्सर कई बार ऐसे मौके आते हैं, जब हमें न चाहते हुए भी कोई काम करना पड़ता है। कई बार हम काम दिल से नहीं बल्कि इसलिए करते हैं क्योंकि हमें ना कहने में झिझक महसूस होती है। अगर आप भी इसी तरह का दबाव महसूस करते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिनकी मदद से आप इस स्थिति से आसानी से हैंडल कर सकते हैं।
साफ-साफ कह देना चाहिए
हमेशा स्ट्रेट फॉरवर्ड होना चाहिए यानि अपने मन की बात साफ-साफ कह देना चाहिए। इससे आप सामने वाले की बैड बुक्स में आ सकते हैं मतलब कि उन्हें बुरा लग सकता है। हो सकता है वो आपके बारे में बहुत सोचे कि उसने मेरी बात नहीं मानी, या ऐसा है, वैसा है लेकिन आपका यह स्वभाव आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
एक छवि बनाएं
हमारे मन में हर व्यक्ति की एक छवि होती है जैसे- वह बहुत कंजूस है, कम बोलता है, ज्यादा बोलता है। अगर आप न बोलने की कला सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपनी एक छवि बनानी होगी। अगर कोई आपसे घूमने जाने, बाहर खाना खाने या फिल्म देखने जाने के लिए कहे और आप नहीं जाना चाहते तो आप प्यार से न कह सकते हैं। ऐसा करने से सामने वाले को लगेगा कि आपने उसे सीधे मना कर दिया है लेकिन इससे उसके मन में आपके लिए ऐसी छवि बन जाएगी कि यह तो नहीं जाएगा।
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अगर आप दुविधा या झिझक में सिर्फ ‘हां’ कह देते हैं और बाद में मजबूरी में वह काम करते हैं तो आप खुद को धोखा देते हैं। अगर एक बार हां कहने के बाद आप वह काम नहीं करते हैं तो आपकी छवि खराब हो सकती है और इससे साफ पता चलता है कि आपकी निर्णय लेने की क्षमता बहुत कमजोर है। कभी हां तो कभी ना कहने का मतलब है कि आपके दिल में कुछ और है और जुबां पर कुछ और है। ऐसा करने से आप और भी मुश्किल स्थिति में फंस सकते हैं और कोई आपकी दोस्ती पर भरोसा नहीं करेगा लेकिन अगर आप अपनी हां या ना पर अड़े रहते हैं तो यह आपकी अच्छी निर्णय लेने की क्षमता को दर्शाता है और लोग आपको एक भरोसेमंद इंसान मानेंगे।