Holi Safety Tips For Your Kids: होली बड़ों से लेकर बच्चों तक सभी उम्र के लोगों के लिए एक हंसी-खुशी का त्योहार है। हालांकि, यह एक मजेदार उत्सव है, इसमें हर कोई प्यार से एक दूसरे को रंग लगाकर इस दिन दिन को खास मनाते हैं। होली फेस्टिवल बच्चों के लिए ज्यादा खास होता है। आप उन्हें रोक तो नहीं सकते हैं, लेकिन होली खेलने से पहले और बाद के जोखिमों को कम कर सकते हैं।
बच्चों की स्किन बहुत सेंसिटिव होती है और केमिकल्स वाले कलर्स लगने पर एलर्जी, आंखों में संक्रमण और अन्य प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं। तो ऐसे में बच्चों को कैसे मनाएं खास ताकि आप भी टेंशन फ्री रहें और बच्चे भी फुल ऑन मस्ती करते रहें। आइए जानें से कुछ होली खेलने के सेफ्टी रुल्स, जो आपकी चिंता करेंगे कम और बच्चों की मनेगी हैप्पी और सेफ होली।
ये हैं कुछ टिप्स
नेचुरल रंगों का प्रयोग करें
नेचुरल या ऑर्गेनिक रंगों का चयन करें, जो बच्चों की त्वचा और आंखों के लिए सुरक्षित हों। केमिकल वाले रंगों का उपयोग करने से बचें जो एलर्जी या जलन पैदा कर सकते हैं।
उन्हें पूरे कपड़े पहनाएं
होली के दौरान एलर्जी और त्वचा की जलन की संभावना को कम करने के लिए बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं। इसके अलावा, उनके पूरे शरीर पर तेल या मॉइस्चराइजर लगाएं, जिससे रंगों को उनकी त्वचा पर चिपकने से रोका जा सके और लालिमा या संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।
धूप के चश्मे पहने
होली उत्सव में भाग लेने से पहले बच्चों को धूप का चश्मा पहनाएं, ताकि उनकी आंखों में रंगीन पाउडर जाने का खतरा कम हो सके। ये आंखों के संक्रमण या सूजन की संभावना को कम करने में मदद करता है।
पानी के गुब्बारों से बचें
होली सेलिब्रेशन के दौरान पानी के गुब्बारे का इस्तेमाल करने से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि वे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करते हैं। गुब्बारों से पानी कानों में जा सकता है, जिससे कान में संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा, गुब्बारे के टुकड़े गलती से उनके कान या आंखों में जा सकते हैं, जिससे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। पानी के गुब्बारों से बचने से इन जोखिमों को कम करने में मदद मिलती है।
उनकी निगरानी करें
जब आपके बच्चे होली खेल रहे हों तो उन पर कड़ी नजर रखना और उन्हें याद दिलाना जरूरी है। अजनबियों, जानवरों या बुजुर्ग लोगों पर पानी न फेंकने की बातों पर जोर दें।
उन्हें घर से दूर न जानें दें
होली के दौरान, सतर्क रहना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से नशे में धुत लोगों से जुड़े संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए अपने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें घर के पास खेलने के लिए बोलें, जहां आसानी से निगरानी कर पाएं।
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