Health Tips: सांस फूलना सिर्फ अस्थमा जैसी बीमारी का कारण नहीं होता है। कई लोगों के लिए, सांस फूलना या डिस्पेनिया चिंता का एक लक्षण है, जो तब शुरू होता है जब आप बहुत ज्यादा स्ट्रेस फील करते हैं। टाइम्स नाउ के एक रिपोर्ट के अनुसार, चिंता होना एक आम बात है। ये तब होता है जब आपका शरीर आपको किसी गंभीर स्थिति से लड़ने के लिए तैयार करता है और शारीरिक और मानसिक तरीके से प्रतिक्रिया करता है। कई डॉक्टर भी बताते हैं कि चिंता और सांस फूलने के बीच एक मजबूत संबंध होता है।
क्या है इसके संकेत
अचानक होने वाली सांस की तकलीफ चिंता के कारण हो सकती है। जो लोग चिंता या घबराहट फील करते हैं, वे बता कि उन्हें ये अचानक ही हो जाता है जिसे वह कंट्रोल नहीं कर पाते है।
1. दिल की धड़कन बढ़ना
2, बहुत ज्यादा डर लगना
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3. बहुत ज्यादा डर लगना
4. जी मिचलाना
5. पसीना आना
कब होती हे ये समस्या
ज्यादातर मामलों में आपको किसी तनावपूर्ण घटना के बाद सांस फूलने की समस्या हो सकती है, जैसे कि भीड़-भाड़ वाले समय में गाड़ी चलाना या किसी यात्रा के दौरान। आपका शरीर इस तरह की स्थितियों में कई शारीरिक लक्षणों के साथ प्रतिक्रिया करता है, जिससे तनाव और आपके शरीर की लड़ाई या भागने की प्रतिक्रिया करती है, जिससे सांस फूलने लगती है।
कैसे करें बचाव
डायाफ्रामिक सांस- इसमें आप गहरी सांस लेने के लिए अपने डायाफ्राम का इस्तेमाल करते हैं।
बॉक्स ब्रीदिंग- इस दौरान चार गिनने तक सांस अंदर लें, चार गिनने तक सांस रोके रखें, चार गिनने तक सांस बाहर छोड़ें और फिर चार गिनने तक सांस रोके रखें। इसे कम से कम 5 से 6 बार केरें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।