चेन्नई के एक दंपति, सुदर्शन और विथिया 15 सालों से अपने घर की छत पर तोते, कबूतर, फाख्ता और घरेलू गौरैया को खाना खिला रहे हैं। इस वजह से पक्षियों के लिए उनका छत स्वर्ग बन गया है और विदेशियों और मशहूर हस्तियों सहित आगंतुकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन गया है। एएनआई से बात करते हुए सुदर्शन ने कहा कि हम पिछले 15 से 16 सालों से यहां पक्षियों को खाना खिला रहे हैं। ये मेरे पिता के निधन के बाद शुरू हुआ। एक दिन मैं छत पर गया और भूखे तोते को भोजन की तलाश करते देखा। शहर में 10,000 से ज्यादा पेड़ काटे जाने के कारण पक्षियों के पास आश्रय या भोजन के लिए कोई जगह नहीं थी। मैंने हर सुबह और शाम उनके लिए भोजन रखना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे और ज्यादा पक्षी आने लगे।
15,000 पक्षियों होते हैं इकट्ठा
पक्षियों की पसंद के बारे में बताते हुए सुदर्शन कहा कि शुरू में हमने उन्हें सूरजमुखी के बीज दिए, लेकिन हमारे दक्षिण भारतीय गुलाबी तोते उन्हें नहीं खाते। अब हम उन्हें कच्ची मूंगफली, भिगोया हुआ चावल और मौसमी फल देते हैं। हम इन्हें हर दिन ताजा पकाते हैं। उन्होंने बताया कि दिसंबर से मार्च तक का महीना पीक सीजन होता है। इन महीनों में 15,000 से ज्यादा तोते मेरी छत पर इकट्ठा होते हैं। यह स्वर्ग जैसा लगता है। मैं सुबह के समय किसी को भी छत पर जाने की अनुमति नहीं देता। लेकिन मशहूर हस्तियां और विदेशी पर्यटक नियमित रूप से आते हैं। वे 15,000 पक्षियों को कहीं और नहीं देख सकते।
अपॉइंटमेंट लेकर आते हैं लोग
उन्होंने बताया कि गर्मियों के दौरान तोतों की संख्या घटकर 1,000 से 2,000 रह जाती है, लेकिन फिर भी लोगों की दिलचस्पी बनी रहती है। उन्होंने आगे बताया कि स्वीडन, स्विटजरलैंड और इंग्लैंड से लोग जनवरी के लिए अपनी टिकटें पहले ही बुक कर लेते हैं और मुझसे मिलने के लिए अपॉइंटमेंट ले लेते हैं। जनहित के बारे में सुदर्शन ने कहा कि हर शाम करीब 100 से 150 लोग हमारे यहां आते हैं। सुबह के समय यहां आने की अनुमति नहीं होती। आगंतुकों का कहना है कि तोते देखने के बाद उन्हें काफी सकारात्मक महसूस होता है। खासकर बच्चे गर्मी की छुट्टियों में यहां आना पसंद करते हैं।
चेन्नई की फेमस जगह है कपल का छत
कपल की छत अब न केवल पक्षियों के लिए बल्कि नेचर से से प्यार करने वाले लोगों के लिए भी एक शांतिपूर्ण जगह है। वे 15 से ज्यादा सालों से बिना किसी चूक के इस रुटीन का पालन कर रहे हैं। शहर में इतने सारे पेड़ काटे जा रहे हैं, उन्हें लगता है कि पक्षियों की देखभाल करना उसका कर्तव्य है। सुदर्शन और विथिया की छत चेन्नई में एक प्रसिद्ध स्थान बन गई है, जो दुनिया भर के आगंतुकों और पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करती है। जैसे-जैसे पेड़ काटे जा रहे हैं, उनकी छत जैसी जगहें पक्षियों को भोजन और सुरक्षा प्रदान करती हैं। अब बहुत से लोग पक्षियों को देखने और उनके काम से सीखने के लिए उनके घर आते हैं।