Alcohol Side Effects: कहते है किसी चीज की अति हमारे लिए नुकसान साबित होती है। वहीं कई लोगों को लगता है अगर हम कभी-कभी पीते है, तो हम सेफ हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं। हाल ही में हुई रिसर्च में कहा गया है कि जो लोग सप्ताह में तीन-चार बार, एक या दो पेग शराब पीते हैं, उनकी हेल्थ खतरा ज्यादा होता है। कभी-कभी शराब पीने से दिल की बीमारी, स्ट्रोक, लिवर की बीमारी से लेकर कैंसर तक की खतरनाक बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा रहता है।
समय के साथ शराब इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती है। इसके अलावा दिमाग से जुड़ी समस्याओं का कारण बन जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो, अल्कोहल और इसके मेटाबोलाइट एसीटैल्डिहाइड कैंसर पैदा करने वाले एजेंटो का कारण बनती है। इतना ही नहीं शराब पीना मुंह, सांस की नली, ब्रेस्ट, आंत और लिवर के कैंसर के लिए खतरनाक माना जाता है। जानें इस चीज से कैसे पाएं छुटकारा
गैस की समस्या
ज्यादा शराब पीने से पेट की लेयर को नुकसान पहुंचता है। जिससे गैस की समस्या होने लगती है। यह बीमारी इतनी तेजी से फैलती है, जिसे बाद में कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो सकता है।
लिवर फेलियर
लिवर का खराब होना सबसे खराब परिस्थितियों में से एक है। जिससे लिवर तक फेल हो सकता है। इसके अलावा अल्कोहल हेल्दी बैक्टीरिया को मारकर लिवर के काम करने की क्षमता को कम कर देता है।
पेट का कैंसर
रोजाना शराब पीने से पेट के कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। जिससे कोलोरेक्टल कैंसर भी हो सकता है।
आंतों को नुकसान
अल्कोहल के ज्यादा सेवन से आंतों में सूजन होने लगती है। यह स्थिति धीरे धीरे सेहत को बिगाड़ने लगती है।
शराब से इस तरह करें बचाव
शराब के सेवन से आंत की हेल्थ पर काफी ज्यादा निगेटिव असर पड़ सकता है। हालांकि इसके नुकसान से बचने के भी कई तरीके हैं। जिनमें से एक सबसे असरदार तरीका है, शराब के सेवन को कम कर देना या पूरी तरह से खत्म कर देना। आप चाहें तो फाइबर से भरपूर आहार को डाइट का हिस्सा बनाएं। क्योंकि इससे आंत में हेल्दी और फायदेमंद बैक्टीरिया को पोषण देने में मदद मिल सकती है। इसमें दही खाना भी फायदेमंद है, क्योंकि इसमें फायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं, जो आंतों के स्वास्थ्य और माइक्रोबायोम को बनाए रखने में मदद कर सकती है।
इसके अलावा प्रोबायोटिक से भरपूर डाइट आंतों की हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकती है। अगर आप शराब के लत के शिकार हैं, तो इसके नुकसान से बचने के लिए प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स को चुनना बेहद जरूरी है। लेकिन इसके लिए पहले डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है।