हिंदी सिनेमा के स्टार कॉमेडियन और मशहूर एक्टर गोवर्धन असरानी का निधन हो गया। लेकिन इसकी खबर तक सामने आई जब उनका अंतिम संस्कार हो गया। सोमवार शाम करीब 4 बजे जुहू के आरोग्य निधि अस्पताल में उनका निधन हो गया। उस वक्त उनकी उनकी पत्नी, बहन और भतीजा ही मौजूद थी। स्थिति गंभीर थी लेकिन किसी को खबर नहीं होने दी।
इसके पीछे की वजह असरानी की पत्नी मंजू ने बताई। उन्होंने कहा कि असरानी नहीं चाहते थे कि उनकी मौत पर माहौल बने। असरानी ने मंजू से कहा था कि सबको न बताएं। इसलिए असरानी का अंतिम संस्कार बिना किसी को बताए हुआ।
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आजीवन सादगी में रहते हुए जाते समय में भी असरानी ने सादगी नहीं छोड़ी। मानो उन्हें आभास हो गया था कि दिवाली पर ही अनहोनी होनी है। इसलिए उन्हें अंतिम संस्कार से पहले किसी को न बताने की इच्छा रखी। ताकि लोगों की दिवाली में बाधा न पड़े।
असरानी का जन्म साल 1941 में एक सिंधि परिवार में हुआ था। देश के बंटवारे के बा असरानी का परिवार राजस्थान के जयपुर में आकर रहने लगा। जयपुर में ही असरानी का जन्म हुआ। स्कूली शिक्षा भी जयपुर से पूरी हुई।
असरानी ने अपना करियर 1960 के दशक में शुरू किया। 1970 के दशक में अपने चरम पर पहुंचे। उनकी कुछ सबसे यादगार किरदार ‘मेरे अपने,’ ‘कोशिश,’ ‘बावर्ची,’ ‘परिचय,’ ‘अभिमान’ ‘चुपके-चुपके,’ ‘छोटी सी बात’ और ‘रफू चक्कर’ जैसी फिल्मों में रहे। इसके अलावा असरानी ने ‘भूल भुलैया,’ ‘धमाल,’ ‘बंटी और बबली 2,’ ‘आर… राजकुमार,’ ‘ऑल द बेस्ट’ और ‘वेलकम’ सहित कई हिट फिल्मों में भी काम किया है।
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