Water Ambulance: पुश्चिम बंगाल में श्रद्धालुओं को राहत देने वाली खबर सामने आई है। जो श्रद्धालु बैद्यबती निमाई घाट समेत कई घाटों पर जाते हैं, इनके लिए जल एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है। इस एंबुलेंस से आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को मदद दी जाएगी। पानी में चलने वाली इस एंबुलेंस में कई तरह की समस्याओं का समाधान मिल जाएगा। इसकी जानकारी उप-जिला मजिस्ट्रेट ने दी। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं।
जल एंबुलेंस करेगी मदद
श्रद्धालु बैद्यबती निमाई तीर्थ घाट सहित कई घाटों से जल लेकर तारकेश्वर मंदिर जाते हैं। शनिवार और रविवार को लाखों श्रद्धालु जल लेते हैं। घाट से जाने वाला रास्ता संकरा होने की वजह से कई बार बीमार पड़ने की संभावना रहती है। साथ ही, दुर्घटना होने पर सड़क पर भीड़ के कारण प्राथमिक उपचार और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में भी समस्या होती है। इसलिए घाट पर जल एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। इसका औपचारिक उद्घाटन आज हुआ। चापदानी विधायक अरिंदम गुइन, श्रीरामपुर उपखंड प्रशासक शंभूदीप सरकार, बैद्यबती अध्यक्ष पिंटू महत और नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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एंबुलेंस में क्या-क्या होगा?
उप-जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि ‘कभी-कभी चिकित्सा आपात स्थिति की जरूरत होती है। तब यह जल एम्बुलेंस बहुत उपयोगी होगी। इसमें जीवन रक्षक ऑक्सीजन से लेकर ऑक्सीमीटर तक सब कुछ होगा। प्रशासन हर साल श्रावणी मेले के लिए नए विचार लेकर आ रहा है। वहीं, विधायक ने कहा कि सड़कें चौड़ी नहीं हैं, इसलिए ट्रैफिक जाम से बचने के लिए वाटर एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जा सकता है। प्राथमिक उपचार भी दिया जा सकता है। जिला स्वास्थ्य विभाग की एक टीम पूरे मामले की देखरेख के लिए वहां मौजूद रहेगी।
क्या होती है जल एंबुलेंस?
सड़कों पर दौड़ती एंबुलेंस नजर आने वाली एंबुलेंस तो हर किसी ने देखी होगी, लेकिन जल एंबुलेंस पानी के रास्ते अपनी सेवा लोगों तक पहुंचाती है। इसको घाटों पर मौजूद लोगों के लिए लाया गया है। दरअसल, यहां पर रास्ते छोटे हैं, जिससे उनके जरिए अस्पताल तक पहुंचना मुश्किल होता है। इस समस्या को खत्म करते हुए पानी में चलने वाली एंबुलेंस लाई गई हैं।
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