Delhi News: मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोमवार को विपक्ष की पार्टियों के लीडरशिप की एक बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट करने वाले सभी सांसदों को भी वोट के लिए ट्रेनिंग दी गई। इसके अलावा बैठक में सांसदों को पोलिंग और काउंटिंग एजेंट भी बनाया गया। बैठक के बाद एजेंट बनाए गए सांसद मणिक्कम टैगोर ने न्यूज 24 से बात करते हुए चुनाव की प्रक्रिया को समझाया है।
यह भी पढ़ें- बी. सुदर्शन रेड्डी ने भरा उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन, सोनिया-राहुल और खड़गे समेत ये दिग्गज नेता रहे मौजूद
केवल सांसद ही डाल सकते हैं वोट
सोमवार को न्यूज 24 से बात करते हुए कांग्रेस सांसद मणिक्कम टैगोर ने बताया कि विपक्षी पार्टियों के लीडरशिप की बैठक हुई। बैठक में उन्हें भी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पोलिंग और काउंटिंग के लिए एजेंट बनाया गया है। मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए शांतिपूर्व तरीके से उनकी भागीदारी रहेगी। उन्होने प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में केवल सांसद ही वोट डाल सकतें है। होने वाले चुनाव में दो प्रत्याशी है। सभी वोटरों को अपना वोटर कार्ड लाना जारुरी है और उनका वोटर लिस्ट में नाम होना अनिवार्य है। इस बार बहुत सारे नए सांसद भी है, जो पहली बार वोटिंग करेंगे। इसलिए सोमवार को विपक्ष के सांसदों का एक ट्रेनिंग सेशन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था।
देश के ऊपर थोपा गया ये चुनाव
सांसद मणिक्कम टैगोर ने कहा कि हम लोगों को पता है कि यह चुनाव इस देश के ऊपर थोपा गया चुनाव है। विपक्ष इस चुनाव को संविधान पर अटैक मान रहा है। एक संवैधानिक पद से जबरन रिजाइन कराया गया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है। इस लिए यह लड़ाई संविधान को बचाने की लड़ाई है। विपक्ष की ओर से एक ईमानदार, निष्पक्ष कैंडिनेट जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को बनाया है। हमारी यह विचारों की लड़ाई है। उपराष्ट्रपति का पद एक संवैधानिक पद है। इस पद पर लोकतांत्रिक परम्परा को आगे बढ़ाने वाला व्यक्ति बैठना चाहिए। जो विपक्ष के केंडिडेट जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी हैं।
यह भी पढ़ें- उपराष्ट्रपति चुनाव: जगदीप धनखड़ ने अचानक क्यों दिया था इस्तीफा? क्या है पद छोड़ने की इनसाइड स्टोरी