Uri muslim girl sings Ram bhajan in Pahari: उरी को अब तक लोग सर्जिकल स्ट्राइक के लिए जानते हैं। लेकिन इस बार यहां की एक मुस्लिम छात्रा ने Ram bhajan गाकर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरी हैं। छात्रा का नाम सय्यदा बतूल ज़हरा है। वीडियो में उसने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए इस भजन से जम्मू कश्मीर को 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से (Ram Mandir Inauguration) जोड़ने की बात कही है।
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#WATCH | Jammu and Kashmir: Batool Zehra, a college Ist year student from Uri sings Ram bhajan in Pahari language to connect J&K with the Ram Mandir Pran Pratishtha ceremony, to be held on 22nd January in Ayodhya, UP. pic.twitter.com/Fla4BiCh9u
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 15, 2024
राम मंदिर की नेक आमद के लिए संकल्प
महज 52 सेकंड के अपने वीडियो में ज़हरा ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिन का व्रत रखा है। उन्होंने यह संकल्प राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के नेक आमद के लिए किया है। आगे जहारा ने कहा-आज पूरा मूल्क राम गीत गुनगुना रहा है। ऐसे में जम्मू कश्मीर भी इस समरोह में जुड़ गया है। जहरा ने इसके बाद पहाड़ी में ram bhajan गाया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग छात्रा की सराहना कर रहे हैं।
ज़हरा फर्स्ट ईयर ग्रेजुएशन की छात्रा, 12वीं में आए थे टॉप मार्क्स
जानकारी के अनुसार सय्यदा बतूल ज़हरा फर्स्ट ईयर ग्रेजुएशन की छात्रा है। वह उरी की पहाड़ी समुदाय से है। वह उस समय चर्चा में आई थी जब उसने 2023 में 12वीं कक्षा में 500 में से कुल 469 अंक प्राप्त किए थे। दरअसल, जहरा ने बड़ी दिक्कतों को झेलकर पढ़ाई की है। वह उरी में बॉर्डर एरिया में रहती है, जहां से उसके स्कूल जाने के लिए परिवहन के पर्याप्त साधन भी नहीं हैं।
#WATCH | Uri, J&K: On singing Ram bhajan in Pahari language, Batool Zehra says, "I heard a song by Jubin Nautiyal and I liked it very much. I thought that if it can be in Hindi, why can it not be in Pahari. I wrote it in Pahari and sang it. I recorded it and showed it to my sir.… https://t.co/xiIE8ojxgw pic.twitter.com/5NoDaRZqsu
— ANI (@ANI) January 15, 2024
यह हैं जहरा के आदर्श
जहरा रोजाना कई घंटे पैदल चलकर स्कूल आती-जाती थी। इसके अलावा उसके पास ट्यूशन और गाइड करने के लिए कोई टीचर नहीं था। जहरा ने बताया था कि वह पैदल कई किलोमीटर चलकर स्कूल पहुंचती थी। घर की आर्थिक हालत खराब होने के चलते वह ट्यूशन नहीं पढ़ सकी। जरा Indian Administrative Services (IAS) बनकर देश की सेवा करना चाहती है। Dr Syed Sehrish Ashghar जहरा के आदर्श हैं। वह बारामूला के डिप्टी कमिश्नर हैं।