SIP Mutual Funds: अगर आप इन्वेस्ट कर मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो SIP (Systematic Investment Plan) एक बेहतरीन माध्यम है। कई बार मार्केट लगातार लंबे समय तक डाउन रहता है तो लोगों को पैसा डूबने का डर सताने लगता है। ऐसे में म्यूचुअल फंड के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें हैं जो निवेशकों को निवेश से पहले ध्यान में रखनी चाहिए। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने डेटा जारी कर कहा है कि SIP के जरिए निवेश करने वालों को ये गलतियां नहीं करनी चाहिए।
निगेटिव रिटर्न्स दिखे तो हड़बड़ाए नहीं
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एसआईपी एक निवेश है, जो लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देता है। लेकिन कई बार बाजार लंबे समय तक लगातार नीचे चला जाता है और कई लोग पैसे खोने के डर से पैसों का लेन-देन करते हैं। यह समझना जरूरी है कि उन्हें एसआईपी से बेहतर रिटर्न पाने के लिए समय देना होगा।
यदि आप एसआईपी में निवेश शुरू करते हैं और बाजार में गिरावट है, तो संभव है कि आपको रिटर्न्स निगेटिव में दिखाई देने लगेगा और आपको लगेगा कि आपका पैसा डूब जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं है, एसआईपी शुरुआती महीनों और सालों में अच्छा मुनाफा नहीं दिखाता है लेकिन लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देता है।
धैर्य बनाए रखने की जरूरत
आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि बाजार सपाट और सीधी रेखाओं पर नहीं चलता है। इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और म्यूचुअल फंड उसी पैटर्न पर आधारित होता है। जब आप एसआईपी में निवेश करना शुरू करेंगे तो हो सकता है कि शुरुआत में यह आपको अच्छा रिटर्न न दे लेकिन बाद में लंबे समय में यह आपको ज्यादा मुनाफा देगा। इसलिए धैर्य की जरूरत है।
यह संभव है कि किसी महीने आप 100 रुपये की नेट एसेट वैल्यू (NAV) की 100 यूनिट 10,000 रुपये में खरीदें और बाजार नीचे आ जाए। लेकिन जब बाजार चढ़ेगा तो आप पहले हुए नुकसान की भरपाई कर सकेंगे।
6 महीने में उबर गया था SIP
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में शुरू हुए एसआईपी को 2020 के मार्केट क्रैश से उबरने में केवल छह महीने लगे, जबकि निफ्टी इंडेक्स को पुराने स्तर पर वापस जाने में एक साल लग गया। इसी तरह, 2005 में शुरू हुई एक एसआईपी को 2008 की मंदी से उबरने में केवल 18 महीने लगे, जबकि निफ्टी को इसके लिए 34 महीने लगे।
आपका निवेश समय के साथ बढ़ता है। निवेश पर आने वाला ब्याज भी निवेश में जुड़ जाता है और फिर उस पर भी ब्याज मिलता है। इस तरह आपके निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज बढ़ता रहता है।
बाजार कमजोर हो या मजबूत, निवेश करते रहना चाहिए
कई निवेशकों को लगता है कि बाजार कमजोर होने पर कम एनएवी पर अधिक यूनिट खरीदना और बाजार ऊंचे होने पर एसआईपी किस्तें रोक देना बेहतर विकल्प है। ऐसा नहीं करना चाहिए, SIP के जरिए पैसा निवेश करने का अनुशासन सही है. अगर आप एसआईपी से बेहतर रिटर्न कमाना चाहते हैं, चाहे बाजार मजबूत हो या कमजोर, आपको एसआईपी में पैसा निवेश करते रहना चाहिए, क्योंकि एसआईपी से आपको जो ब्याज मिलता है वह आपके कुल निवेश पर ही होता है। अगर आप एसआईपी के जरिए बड़ा फंड बनाना चाहते हैं तो एसआईपी की किस्तें कभी न छोड़ें।
एग्जिट प्लान करना बेहद आसान
आप SIP से बाहर निकलने की तारीख तय कर सकते हैं। लेकिन हो सकता है कि उस तारीख के आते-आते बाजार धीमा हो जाए और आपको उतना रिटर्न न मिले जितनी आपने उम्मीद की थी। इसके लिए आप SIP के लिए एग्जिट प्लान भी तैयार कर सकते हैं। आप व्यवस्थित निकासी योजना को परिपक्वता तिथि से तीन साल पहले शुरू कर सकते हैं। इससे धीरे-धीरे 3 साल में आपका सारा पैसा आपके खाते में आ जाएगा। इससे आप अपने निवेश पर बाजार का जोखिम कम कर सकते हैं।
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