नई दिल्ली/कोलकाता: देश की संसद में मंगलवार को फिर एक ऐसी घटना घटी है, जो खासी विवाद का कारण बन गई। छह दिन पहले संसद भवन में हमले की घटना पर मचा बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा, वहीं अब एक ना फसाद खड़ा हो गया। दरअसल, इसी कड़ी में मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने पर उतर आए। इसके बाद एक ओर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उन्हें चेतावनी दे चुके हैं, वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद न सिर्फ तृणमूल कांग्रेस, बल्कि पूरा विपक्ष जाट समाज के निशाने पर आ गया है। अब बड़ा सवाल है कि आखिर सांसदों के निलंबन के मामले का जाटों से भला क्या कनेक्शन है? इसी सवाल का जवाब हम यहां इस आर्टिकल में दे रहे हैं।
#WATCH | Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi says, “With pain and agony I stand here to condemn the incident of some of the senior leaders’ behaviour in the premises of the Parliament. TMC MP Kalyan Banerjee was indulged in the mimicry of Rajya Sabha Chairman and Vice… https://t.co/g3SZZ9gNX2 pic.twitter.com/xU72kynC1T
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 19, 2023
पहला सवाल कौन हैं कल्याण बनर्जी?
बंगाल के जाने-माने राजनेता और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी का दूसरा चेहरा भी है। वह 1981 से कलकत्ता हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते रहे हैं। आसनसोल में जन्मे कल्याण बनर्जी के माता-पिता का निधन हो चुका है तो अब परिवार में उनके साथ उनकी पत्नी छवि के अलावा एक बेटा और एक बेटी हैं। राजनेता कल्याण बनर्जी ने बांकुरा समिलानी कॉलेज से बीकॉम और रांची लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की थी। जाने-माने वकीलों में शुमार कल्याण बनर्जीअक्सर तृणमूल कांग्रेस के केस लड़ते नजर आते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में सेरामपुर चुनाव जीता तो 2019 में दोबारा चुने गए। बहुचर्चित रिजवानुर रहमान केस, नंदीग्राम मामले, छोटा अंगारिया प्रकरण, भिखारी पासवान केस और सिंगूर में धारा-144 के असर के अलावा बहुत से भूमि अधिग्रहण मामलों से भी कल्याण बनर्जी का नाम जुड़ा है।
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हालिया चर्चा की वजह
दूसरा सवाल है कि अब कल्याण बनर्जी के साथ ऐसा क्या हुआ है, जो वह सुर्खियों में हैं। बता दें कि 13 दिसंबर को संसद के निचले सदन लोकसभा में और संसद के बाहर कुछ शरातरी तत्व घुस आए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं, वहीं इसको लेकर संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी पार्टियों के सांसद हंगामे पर उतर आए तो गुरुवार से लेकर अब तक 92 सांसदों (राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों के सदस्य) को इस सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसी को लेकर मंगलवार को विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। नए भवन के मकर द्वार पर धरने के दौरान तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा की कार्यवाही के संचालन की नकल की। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस घटनाक्रम का वीडियो बनाते नजर आए।
“Vice President and the pride of the Jat community, Jagdeep Dhankhar has been mocked. The Jat community will definitely take account of this mockery in the coming Lok Sabha elections.” tweets The Jat Association https://t.co/g3SZZ9gNX2 pic.twitter.com/a9iIkBF7ub
— ANI (@ANI) December 19, 2023
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जाट समाज क्यों कर रहा है विरोध?
अब तीसरा और बड़ा ही अहम सवाल है कि ऐसा क्या हुआ, जो तृणमूल कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष खासकर देश की दूसरी बड़ी राजनैतिक पार्टी कांग्रेस जाट समाज के निशाने पर आ गई। इस सवाल का जवाब है राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का इस समुदाय से संबंधित होना। संसद के बाहर प्रदर्शन की घटना को लेकर जाट समाज ने ऐलान कर दिया है कि इन पार्टियों को 2024 के लोकसभा चुनाव में सबक सिखाया जाएगा।