US Illegal Indian Immigrants Return: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अवैध प्रवासियों के खिलाफ (US Illegal Indian Immigrants Return) काफी सख्त होते नजर आ रहे हैं। इस बात का सबूत बीते दिन मिला जब डंकी रूट अमेरिका में घुसे 104 भारतीयों को अमेरिकी सैन्य प्लेन के द्वारा अमृतसर एयरपोर्ट पर छोड़ा गया। जान लें कि ये पहली खेप है जिसमें हरियाणा, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल हैं। इसी बीच अमेरिकी विदेश विभाग ने ट्वीट कर प्रवासन करने वाले लोगों के लिए कहा है कि वो विक्टिम नहीं हैं।
विदेश विभाग ने किया ट्वीट
भारतीय प्रवासियों के लिए अमेरिकी विदेश विभाग ने ट्वीट किया- अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रुबियो ने लिखा- बड़े पैमाने पर प्रवासन चाहने वाले कई लोग अक्सर रास्ते में पीड़ित होते हैं। यह किसी के लिए अच्छा नहीं है। बड़े पैमाने पर प्रवासन से लाभान्वित होने वाले अकेले तस्कर हैं। इस बात का सीधा सा मतलब है कि अमेरिका से निकाले गए लोग अवैध हैं लेकिन उन्हें विक्टिम नहीं।
US State Department tweets, “Many of the people who seek mass migration are often victimized along the way. It’s not good for anyone. The only people who benefit from mass migration are traffickers: US Secretary of State Marco Rubio” pic.twitter.com/2Ur6CeWL5a
— ANI (@ANI) February 7, 2025
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अमृतसर में क्यों उतारा विमान?
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए लोगों का विमान बुधवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारा गया। इसमें 104 प्रवासियों को लाया गया, जिसमें से अधिकतर लोग पंजाब और हरियाणा के थे। ऐसे में लोगों के दिमाग में सवाल आया कि आखिर प्लेन को दिल्ली क्यों नहीं उतारा गया। इसके पीछे की एक वजह ये भी आ रही है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के चलते ये कदम उठाया गया होगा। क्योंकि ऐसे हवाई जहाजों की लैंडिंग के समय सिक्योरिटी हाई रखने की जरूरत होती है। हालांकि किसी अधिकारी का ऑफिशियल मैसेज इस बारे में नहीं आया है।
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