Terror attack on Parliament on this day: संसद परिसर में हुए हमले की आज 22वीं, बरसी है। 22 साल पहले, आज ही के दिन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद संगठनों के पांच हथियारों से लैस आतंकवादियों ने संसद परिसर पर हमला कर नौ लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले में शहीद हुए लोगों को याद करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है।
Today, we remember and pay heartfelt tributes to the brave security personnel martyred in the Parliament attack in 2001. Their courage and sacrifice in the face of danger will forever be etched in our nation's memory. pic.twitter.com/RjoTdJVuaN
---विज्ञापन---— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2023
आज ही के दिन हुआ था हमला
आज ही के दिन वर्ष 2001 में, देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व को खत्म करने और हमारे लोकतंत्र के मंदिर को नुकसान पहुंचाने की आतंकवादियों की नापाक साजिश को बहादुर सुरक्षाकर्मियों ने नाकाम कर दिया था। इस हमले में 9 लोगों की जान गई थी। शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने X पर एक पोस्ट में लिखा है कि उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा, क्योंकि हम आज आतंकवाद (हर जगह मानव जाति के लिए खतरा) को उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में खत्म करने की अपनी प्रतिज्ञा को दोहराते हैं।
2001 में हुए संसद हमले के जाबांज़ वीरों की शहादत पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
हम उनके अदम्य साहस को नमन करते हैं और सदैव उनके ऋणी रहेंगे। हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं।
भारत, आतंकवाद के ख़िलाफ़ दृढ़ता से एकजुट है। pic.twitter.com/MGJBZfd6Rm
— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 13, 2023
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पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
इस अवसर पर श्रद्धांजलि देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा कि खतरे के सामने उनका साहस और बलिदान हमारे देश की स्मृति में हमेशा अंकित रहेगा। वीर शहीदों को याद करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने x पर लिखा कि हम उन बहादुर कर्मियों को याद करते हैं, जिन्होंने 2001 में इस दिन संसद पर हमले के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया था। हम उनके अदम्य साहस को नमन करते हैं और हमेशा उनके ऋणी रहेंगे। हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं। भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।
On this day, 22 years ago, the nefarious plan of terrorists to eliminate the top line of political leadership of the country and damage our Temple of Democracy was foiled by the brave security personnel, including the nine who laid down their lives for the motherland. The nation…
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 13, 2023
वर्ष 2001 में हुए इस हमले में सुरक्षा बलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया था लेकिन, इस दौरान दिल्ली पुलिस के पांच जवान, एक सीआरपीएफ अधिकारी, दो संसद निगरानी एवं वार्ड कर्मचारी और एक माली की जान चली गई थी।