Maharashtra Political News: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल मच गई है। सुप्रिया सुले ने राज्य के उपमुख्यमंत्री और अपने चचेरे भाई अजित पवार पर पिता शरद पवार को अपमानित करने का आरोप लगाया है। वहीं सुप्रिया के बयान पर पलटवार करते हुए अजित पवार ने शरद पवार को अपना भगवान बताया है। आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है?
अजित पवार ने बुलाई बैठक
अजित पवार ने पुणे में जिला योजना एंव विकास समिति (डीपीडीसी) का गठन किया था। इस बैठक में 17 विधायक समेत 7-8 सांसदों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले और राज्यसभा सांसद शरद पवार भी मौजूद रहे। अजित पवार बैठक की अध्यक्षता करते नजर आए थे।
अजित पवार को देख खड़े हुए शरद पवार
ढाई घंटे तक चली इस बैठक के दौरान जब अजित पवार की एंट्री हुई तो शरद पवार उन्हें देखकर खड़े हो गए। 83 वर्षीय शरद पवार भतीजे अजित पवार को सम्मान देने के लिए अपनी जगह पर खड़े हो गए। शरद पवार के इस बर्ताव ने सभी का दिल जीत लिया। वहीं पिता के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रिया सुले ने इसे प्रोटोकॉल करार दिया। सुप्रिया सुले का कहना था कि उनके पिता ने सिर्फ प्रोटोकॉल का पालन किया है। इससे सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरणा लेना चाहिए।
#WATCH | Pune | Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar says, “Even though we contested Lok Sabha and Vidhan Sabha together as Mahayuti…Every party will contest local Body Elections as per their strengths…Therefore party workers in Mahanagar Palika, Nagar Palika, Zilla Parishad and… pic.twitter.com/UGcdihDkE6
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) July 21, 2024
सुप्रिया सुले ने लगाए आरोप
सुप्रिया सुले का कहना है कि बैठक के दौरान अजित पवार ने इतनी देर तक भाषण दिया कि किसी सदस्य को बोलने का मौका ही नहीं मिला। डिप्टी सीएम ने साफतौर पर कहा कि बैठक में सिर्फ उन्हें और प्रशासनिक अधिकारियों को बोलने की अनुमति है। शरद पवार आम लोगों से जुड़ा सवाल पूछना चाहते थे, मगर उन्हें बोलने की अनुमति ही नहीं मिली।
सुप्रिया के आरोप पर अजित का पलटवार
सुप्रिया सुले के आरोपों पर अजित पवार ने पलटवार किया है। अजित पवार ने कहा कि विधायक और सांसद को आमंत्रण दिया गया था, मगर नियमों के अनुसार वे चर्चा में भाग नहीं ले सकते हैं। मैंने उन्हें सिर्फ नियम याद दिलाए हैं। अजित पवार को मैं अपना देवता मानता हूं और हमेशा उनका सम्मान करता हूं। सुप्रिया सुले गलत बयानबाजी करने की कोशिश कर रही हैं। उनका कहना है कि हम सदस्यों को बोलने की इजाजत नहीं देते हैं। हम अंहकारी हो रहे हैं और उन्हें फंड नहीं दे रहे हैं, जबकि यह सच नहीं है।
यह भी पढ़ें- 7 की उम्र में मां-बाप का तलाक देखा और…कौन हैं Kamala Harris? जो बनेंगी अमेरिकन प्रेसिडेंट! भारत से खास कनेक्शन