Sabse Bada Sawal, 27 March 2023: नमस्कार, मैं संदीप चौधरी। आज सबसे बड़े सवाल में मैं बात करूंगा सरकार और कांग्रेस के बीच जारी तकरार की? इस तकरार के केंद्र में हैं राहुल गांधी। पहले मोदी सरनेम को लेकर चोर से तुलना करने के आरोप में दो साल की सजा हुई। फिर चार बार के सांसद राहुल गांधी पूर्व सांसद हो गए। अब उन्हें बंगला भी 22 अप्रैल तक छोड़ना पड़ेगा। वे 2014 से 12 तुगलक लेन पर रहते थे। विपक्ष लगातार इसे सरकार का तानाशाही रवैया बता रहा है।
आज 18 विपक्षी दलों ने ब्लैक प्रोटेस्ट भी मनाया। ज्यादातर सांसद काले कपड़े पहनकर आए। पहली बार तृणमूल कांग्रेस भी इस प्रदर्शन में शामिल होती दिखाई दी। इस विवाद से पहले तृणमूल ने कांग्रेस से दूरी बनाकर रखी थी। लेकिन इस मुद्दे पर वह कांग्रेस से जुड़ती दिख रही है। राहुल ने ट्विट कर पूछा कि ईपीएफओ का पैसा अडानी समूह में क्यों लगाया जा रहा है? प्रधानमंत्री को जांच से इतना डर क्यों है?
भाजपा 6 अप्रैल से चलाएगी देशव्यापी मुहिम
उधर एक और धारा भी जुड़ गई है। अपमान शब्द की गूंज हम कई हफ्तों से सुन रहे हैं। पहले सात समंदर पार से देश के अपमान का आरोप लगाया गया। सरकार के चार-चार मंत्रियों ने राहुल पर देश का अपमान करने का आरोप लगाया। अब अपमान का एक और अध्याय जुड़ गया है। भाजपा छह अप्रैल से 14 अप्रैल तक देशव्यापी मुहिम चलाएगी कि किस तरह कांग्रेस पिछड़ी जातियों का अपमान कर रही है। लेकिन जो नया अध्याय जुड़ा है वह सावरकर से है।
उद्धव ने जताया कड़ा विरोध, शिंदे बोले- महाराष्ट्र में घुसने नहीं देंगे
राहुल ने कहा कि मैं गांधी हूं सावरकर नहीं। इसलिए माफी नहीं मागूंगा। महाराष्ट्र में विरोध शुरू हो गया है। उद्धव ठाकरे ने ऐतराज दर्ज कराया है। कि हम सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सावरकरजी को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने अकल्पनीय यातनाएं झेली, बलिदान का वे प्रतीक हैं। तो देखिए इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए। शिंदे गुट भी राहुल पर हमलावर है, कहा कि हम महाराष्ट्र में घुसने नहीं देंगे। राहुल को ललकार करते हुए याद दिलाई कि मणिशंकर अय्यर के चित्र पर जूते मारे गए थे। अय्यर ने भी सावरकर का विरोध किया था।
तो अपमान-सम्मान और सड़क पर संग्राम आपस में जुड़ रहे हैं। इसकी परतें खुलेंगी, देखिए बड़ी बहस…