लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर थे। यहां पर उन्होंने पुंछ में एक स्कूल का दौरा किया और बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बच्चों से बातचीत भी की। इससे पहले वे हॉस्पिटल पहुंचे जहां पर उन्होंने पाकिस्तान से सैन्य तनाव के दौरान घायल हुए लोगों से मुलाकात की।
राहुल गांधी ने किया प्रभावित इलाकों का दौरा
शनिवार को सुबह राहुल गांधी जम्मू हवाई अड्डे पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए पुंछ पहुंचे। इस दौरान शोक संतप्त लोगों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने इस दौरान सीमा प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया। उनके साथ जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक हमीद भी मौजूद थे। राहुल गांधी इस दौरान एक स्कूल में पहुंचे और बच्चों से मिले।
#WATCH | J&K | Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi visited Gurudwara Shri Guru Singh Sabha in Poonch. The Gurudwara was damaged in cross-border shelling by Pakistan. pic.twitter.com/m8PCobO3gf
— ANI (@ANI) May 24, 2025
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चिंता नहीं करें, सब कुछ सामान्य हो जाएगा
राहुल ने बच्चों से बातचीत करते हुए कहा कि अब आपने खतरा और थोड़ी भयावह स्थिति देखी है, लेकिन चिंता नहीं करें, सब कुछ सामान्य हो जाएगा। इस समस्या से निपटने के लिए आप खूब पढ़ाई करें और खूब खेलें इसके साथ ही ढेर सारे दोस्त भी बनाएं। राहुल गांधी ने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान पुंछ में हुआ है। राहुल गांधी ने प्रभावित लोगों से मुलाकात की और घरों को हुए नुकसान का जायजा लिया।
#WATCH | J&K | Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi visits a school in Poonch and interacts with the students affected by Pakistan’s cross-border shelling.
He says “Now, you have seen danger and a little bit of a frightening situation, but don’t worry, everything will come… pic.twitter.com/Brax5BWDVt
— ANI (@ANI) May 24, 2025
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पाकिस्तानी गोलीबारी में गई थी 13 लोगों की जान
जानकारी के अनुसार राहुल गांधी धार्मिक स्थलों का दौरा भी करेंगे। जिन बच्चों की पाकिस्तानी गोलीबारी में मौत हुई है राहुल गांधी उनके भी घर जाएंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी और ड्रोन हमलों के कारण 28 लोग मारे गए थे, जिनमें से 13 अकेले पुंछ जिले के थे, वहीं 70 लोग घायल हुए थे। इसके बाद हजारों लोगों ने बंकरों मे शरण ली थी। चार दिन तक चले सैन्य टकराव के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर 10 मई को सहमति बनी थी।
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