प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर एक हाई लेवल बैठक चल रही थी। करीब डेढ़ घंटे तक प्रधानमंत्री के आवास पर यह बैठक चली है, जिसकी अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री ने की है। इस हाई लेवल बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और तीनों सेना प्रमुख और CDS भी मौजूद थे।
यह बैठक इसलिए अहम जानी जा रही है क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है और 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक होनी वाली है।
PHOTO | PM Modi (@narendramodi) chairs a meeting with Raksha Mantri, NSA, CDS and all armed forces chiefs.
(Source: Third Party) pic.twitter.com/VegZjJ4kkk
---विज्ञापन---— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2025
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए, सीडीएस और सभी सशस्त्र बल प्रमुखों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। pic.twitter.com/9iE2gp33CU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 29, 2025
इस बैठक के बाद सभी पैरामिलिट्री फोर्स के डीजी के साथ तीनो सेना प्रमुख की मीटिंग होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि यह बैठक रात 8 बजे सेना भवन में हो सकती है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पीएम आवास पहुंच गए। उनकी मीटिंग में काफी देर तक चली।
अब आगे क्या होगा?
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता हुई इस बैठक के बाद सबकी निगाहें सुरक्षाबलों पर टिकी हुई हैं कि आतंकवाद के खिलाफ क्या एक्शन लिए जाते हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि भारत कभी भी पाकिस्तान पर अटैक कर सकता है। इस संभावना के चलते पाकिस्तान की सेना को अलर्ट पर रखा गया है।
यह भी पढ़ें : दिल्ली में 30 अप्रैल को होंगी कई अहम बैठकें, पहलगाम हमले के बाद सरकार की रणनीति पर चर्चा संभव
वहीं आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए गए थे। इसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना, अटारी चेक पोस्ट को बंद, पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजना, पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सेना के सलाहकारों को एक हफ्ते के अंदर वापस लौटना जैसे फैसले शामिल थे।