अफ्रीका में हुए G20 समिट में, PM नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल डेवलपमेंट से लेकर कई वैश्विक संकटों से निपटने के लिए कुछ पहल के प्रस्ताव रखे. दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास के मौजूदा पैमानों पर सवाल उठाते हुए भारत के एकात्म मानववाद (Integral Humanism) दर्शन को अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारतीय मूल्य तरक्की ला सकते हैं.
समिट में PM ने कहा कि इस मामले में भारत का इतिहास बहुत अच्छा रहा है. इससे हमें अपनी मिली-जुली समझ को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी, ताकि हम अच्छी सेहत को बढ़ावा दे सकें.
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इसके अलावा वैश्विक संकटों से निपटने के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी सामने रखे.
प्राकृतिक आपदा में हेल्थ इमरजेंसी
पीएम मोदी ने एक पहल का प्रस्ताव दिया कि प्राकृतिक आपदाओं और हेल्थ इमरजेंसी के लिए हेल्थकेयर रिस्पांस टीम बनाया जाना चाहिए. इस टीम में प्रशिक्षित मेडिकल एक्सपर्ट्स होने चाहिए, ताकि संकट के समय तुरंत राहत कार्य में जुट जाएं.
ड्रग्स-टेरर से कैसे निपटें
पीएम मोदी ने नशीले पदार्थों और आतंकवाद के गठजोड़ जैसी वैश्विक समस्या पर कहा कि फेंटेनिल जैसी घातक ड्रग्स न सिर्फ जन स्वास्थ्य के लिए खतरा हैं बल्कि आतंकवादी फंडिंग का भी बड़ा जरिया बन रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इसे रोकने के लिए गवर्नेंस और सिक्योरिटी के अलावा फाइनेंस को भी साथ आना होगा.
डेवलपमेंट के कुछ नए तरीकों को अपनाने की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि कई दशकों से G20 के पहलों से दुनियाभर में आर्थिक वृद्धि हुई है, लेकिन अब भी बहुत बड़ी आबादी रिसोर्सेज से वंचित रह गई है. इसलिए नए पैरामीटर्स पर काम करने की जरूरत है. प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक शोषण को भी कम करने की जरूरत है.










