प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान श्रीलंका के 1996 विश्व कप विजेता टीम के दिग्गज क्रिकेटरों से विशेष रूप से मुलाकात की थी । मुलाक़ात के दौरान श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री मोदी से उत्तर श्रीलंका विशेषकर जाफना में एक उच्च गुणवत्ता वाले क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में सहयोग का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और श्रीलंका की खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में मदद का आश्वासन दिया।
पीएम के साथ इस ऐतिहासिक संवाद में श्रीलंका क्रिकेट के कई बड़े नाम शामिल थे, जिनमें सनथ जयसूर्या, चामिंडा वास, अरविंदा डि सिल्वा, मारवन अटापट्टू, रवींद्र पुष्पकुमार, उपुल चंदना, कुमार धर्मसेना और रोमेश कालुविथाराना जैसे खिलाड़ी मौजूद थे ।
क्रिकेट के इतिहास पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान भारत की 1983 विश्व कप जीत और श्रीलंका की 1996 की ऐतिहासिक जीत का उल्लेख करते हुए कहा कि इन दोनों घटनाओं ने वैश्विक क्रिकेट पर गहरा प्रभाव डाला है। उन्होंने खासतौर पर श्रीलंका के 1996 विश्व कप में अपनाए गए आक्रामक और खेल शैली की सराहना करते हुए कहा कि यह शैली आज के T20 क्रिकेट की प्रेरणा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा श्रीलंका की उस विजेता टीम ने क्रिकेट को एक नया दृष्टिकोण दिया।
A wonderful conversation with members of the Sri Lankan cricket team that won the 1996 World Cup. Do watch… pic.twitter.com/3cOD0rBZjA
---विज्ञापन---— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2025
1996 और 2019: भारत-श्रीलंका की मित्रता के प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने 1996 में भारत की श्रीलंका यात्रा का जिक्र किया, जो एक बम धमाके के ठीक बाद हुई थी। उन्होंने इसे खेल भावना और दोनों देशों की मजबूत मित्रता का प्रतीक बताया। इसी संदर्भ में उन्होंने अपनी 2019 की श्रीलंका यात्रा का भी उल्लेख किया, जो उन्होंने श्रीलंका में आतंकी हमलों के तुरंत बाद की थी। उन्होंने कहा, भारत की भावना वही रहती है कि पड़ोसियों के साथ खड़ा रहना है ।
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भारत की Neighbourhood First’ नीति
क्रिकेटरों ने श्रीलंका की आर्थिक संकट के दौरान भारत द्वारा दी गई उदार सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार का आभार जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि भारत की Neighbourhood First नीति के तहत पड़ोसी देशों की मदद हमेशा प्राथमिकता रही है। उन्होंने हाल ही में म्यांमार में आए भूकंप के समय भारत द्वारा की गई मदद का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ हर संकट में खड़ा है।
प्रधानमंत्री मोदी और श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटरों की यह मुलाकात केवल खेल से जुड़ी नहीं थी, बल्कि दो देशों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और भावनात्मक एकता के प्रतीक के तौर पर देखा जा रहा है ।