18वीं लोकसभा का पहला सत्र चल रहा है। इस दौरान विपक्ष की ओर से NEET परीक्षा में पेपर लीक के मामले को लेकर प्रदर्शन लगातार जारी है। शुक्रवार को सत्र के पांचवें दिन भी सदन में विरोध-प्रदर्शन चल रहा था। लेकिन, इसी दौरान अचानक राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम की तबीयत बिगड़ गई।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस की राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम अचानक बेहोश हो गईं। जिसके बाद तुरंत एंबुलेंस बुलाई गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बता दें कि मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाली नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर विपक्षी दल आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।
#WATCH | Congress party’s Rajya Sabha MP Phulo Devi Netam being taken away in an ambulance from Parliament after she felt dizzy and fell. She was protesting in the Well of of the House over NEET issue when the incident happened. She is being taken to RML hospital. pic.twitter.com/ljyXgCfuMA
— ANI (@ANI) June 28, 2024
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चक्कर आया और गिर गईं नेताम
रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें चक्कर आए और वह गिर गईं। उस समय वह हाउस के वेल में नीट मामले को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं। उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। छत्तीसगढ़ की फूलो देवी नेताम राज्य में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं।
‘दो दशक में ऐसा होते नहीं देखा’
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नेताम का हाल जानने के लिए आरएमएल अस्पताल पहुंचे। डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने बताया कि नेताम का ब्लड प्रेशर 214/113 था। उन्हें स्ट्रोक पड़ने का खतरा भी था। लेकिन फिर भी उन्होंने बहस जारी रखी। मैंने ऐसा 2 दशक में कभी नहीं देखा है।
VIDEO | “One Phulo Devi (Netam) from the Congress party suddenly fainted and her blood pressure is 214/113, which may even lead to stroke. Even after that, they are resuming the debate. I have never never this in two decades,” says DMK MP Tiruchi Siva (@tiruchisiva) on Congress… pic.twitter.com/BmcTFVcBvy
— Press Trust of India (@PTI_News) June 28, 2024
विपक्षी दल कर रहे चर्चा की मांग
बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में विपक्ष का विरोध संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा और निचले सदन यानी लोकसभा, दोनों में जारी है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल इस मामले पर सदन के फ्लोर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार पहले राष्ट्रपति के संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव की बात कह रही है।