Visa-Free Countries: दक्षिण एशिया के दो देशों, पाकिस्तान और बांग्लादेश, के बीच नया समझौता हुआ है, जिसके तहत इन देशों के राजनयिकों और सरकारी अधिकारियों को वीजा-फ्री यात्रा की सुविधा मिलेगी। हालांकि, इसे सुविधा से ज्यादा राजनैतिक और कूटनीतिक फैसला माना जा रहा है। इस समझौते का ऐलान ऐसे समय में हुआ है जब दुनिया के कई देशों के बीच वीजा-मुक्त यात्रा, ई-वीजा और वीजा-ऑन-अराइवल जैसी सर्विस प्रोवाइड की जा रही है। ये सुविधाएं लोकप्रिय है और इससे ट्रैवल भी बढ़ा है। भारत के साथ भी कुछ देशों, जैसे भूटान और मॉरीशस, के बीच यात्रा बिना वीजा की जा सकती है। आइए जानते हैं वीजा-फ्री यात्रा क्या होती है, इसके नियम क्या है और यह कौन-कौन से देशों में होती है।
क्या है वीजा-फ्री यात्रा?
वीजा फ्री यात्रा का मतलब होता है किसी दो देशों के बीच द्विपक्षीय समझौता या कुछ आधारों पर नागरिकों को बिना वीजा के आवेदन के यात्रा करने की सुविधा देना है। इस एग्रीमेंट के तहत कोई नागरिक वीजा फ्री कंट्री में बिना वीजा के प्रवेश कर सकता है। हालांकि, उसके पास अपना पासपोर्ट और जरूरी दस्तावेज होने चाहिए। दरअसल, ऐसी सुविधाओं का उद्देश्य होता है पर्यटन को बढ़ावा देना, व्यापार को बढ़ावा देना या किसी सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
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वीजा-फ्री यात्रा में क्या शर्तें होती हैं?
इस सुविधा की मदद से भारतीय इंटरनेशनल ट्रैवल बिना वीजा करते हैं। इसमें मुख्यत: तीन प्रकार की सुविधा मिलती हैं। बिना वीजा के यात्रा करना, वीजा ऑन अराइवल, इसका मतलब होता है देश में प्रवेश करते ही वीजा मिलना और ई-वीजा यानी ऑनलाइन वीजा अप्लाई करने की सुविधा। बिना वीजा वाले देशों में जाने के लिए यात्रियों के पास वैध पासपार्ट, आइडी प्रूफ्स और जरूरी दस्तावेज होने चाहिए। उस देश में जाने का कारण क्या है, जैसे घूमना, परिवार से मिलना या फिर किसी अनौपचारिक काम को करना है। कुछ मामलों में समय सीमा जैसे मालदीव के नागरिकों के लिए 90 दिन है या क्षेत्रीय प्रतिबंध लागू हो सकते हैं।
क्या-क्या लाभ होते हैं?
- इस सुविधा से यात्रा प्रक्रिया काफी आसान, सहज और तेज हो जाती है।
- इससे लोगों को वीजा आवेदन की लागत और समय की बचत होती है।
- ऐसी सुविधाओं से अंतरराष्ट्रीय यात्रा और संबंधों को बढ़ावा मिलता है।
भारतीय किन-किन देशों में वीजा-फ्री यात्रा कर सकते हैं?
भारतीय नागरिक लगभग 59 देशों में बिना वीजा के ट्रैवल कर सकते हैं। इन सभी देशों में वीजा फ्री या स्पेशल सुविधाओं का प्रावधान है। इनमें से कुछ देश इस प्रकार है:
नेपाल- स्वतंत्र सीमा, यहां बिना किसी अनुबंध के प्रवेश किया जा सकता है।
भूटान- यहां भारतीय पासपोर्ट और वोटर आईडी प्रूफ्स की मदद से प्रवेश कर सकते हैं। हालांकि, भूटान के कुछ क्षेत्रों में प्रवेश वर्जित है।
थाईलैंड- यहां भारतीय घूमने के लिए 60 दिनों तक वीजा-फ्री सैर कर सकते हैं। इसके साथ ETA फिल करना होता है।
मलेशिया- इस देश में नागरिक बिना वीजा के 30 दिनों तक रह सकते हैं। यह सुविधा साल 2026 तक ही दी गई है।
मकाऊ- यहां भी भारतीय बिना वीजा के 30 दिन तक रुक सकते हैं।
मॉरीशस- इस देश में 90 दिनों तक इंडियन्स वीजा‑फ्री पर्यटन कर सकते हैं।
ईरान- यहां भी भारतीय वीजा मुक्त यात्रा कर सकते हैं मगर सिर्फ 15 दिनों के लिए।
फिलिपींस- यहां भी भारतीय 14 दिनों के लिए वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं।
फिजी- भारतीय इस देश में लगभग 4 महीनों यानी 120 दिनों के लिए वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं।
जमैका- इस देश में भारतीय नागरिकों को 30 से 90 दिनों तक यात्रा के मूल कारण के अनुसार वीजा फ्री ट्रैवल करने की सुविधा मिलती है।
वीजा-मुक्त ट्रैवल के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
- वैध पासपोर्ट जिसमें नागरिक की कम से कम 6 महीने की वैधता जरूरी होगी।
- होटल बुकिंग या रहने की व्यवस्था का ब्यौरा।
- रिटर्न टिकट या अगली यात्रा का विवरण।
- पर्याप्त फंड होने का प्रमाण।
- ट्रैवल इंश्योरेंस, हालांकि, ये कुछ देशों में अनिवार्य है।
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