राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, IG के नेतृत्व में NIA की उच्च अधिकारियों की टीमें पहलगाम पहुंचीं। एक टीम ने बैसरन घाटी से आतंकी हमले के साक्ष्य जुटाए। एक टीम ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की।
एक टीम ने आतंकी हमले के पीड़ितों से मिलकर उनके बयान दर्ज किए। आतंकी हमले में 25 भारतीय पर्यटकों समेत 26 लोगों की जान गई थी। पहलगाम में आतंकी हमला पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LET) द्वारा कराया गया था। वहीं NIA की जांच में आतंकी हमले से जुड़े कई सुराग हाथ लगे हैं।
NIA Takes Over Pahalgam Terror Attack Case on MHA’s Orders pic.twitter.com/w5oUOrECa1
---विज्ञापन---— NIA India (@NIA_India) April 27, 2025
NIA की जांच में अब तक हुए खुलासे…
1. आतंकी जंगलों के रास्ते बैसरन घाटी तक पहुंचे थे। आतंकियों ने पहलगाम तक आने के लिए पैदल 20 से ज्यादा घंटे का सफर तय किया था।
2. 2 आतंकी दुकानों के पीछे से निकलकर टूरिस्टों के बीच आए थे। उन्होंने टूरिस्टों को कलमा पढ़ने को कहा। मना करने पर आतंकियों ने 4 लोगों को गोलियां मार दी।
3. 4 लोगों को गोलियां मारने के बाद टूरिस्टों में भगदड़ मच गई थी। वे जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे तो 2 आतंकी और आ गए, जिन्होंने अंधाधुंध फायरिंग की।
4. बैसरन घाटी तक आतंकियों को आदिल थोकर लाया था। उसने ही घाटी तक आने वाला जंगल का रास्ता आतंकियों को बताया। आदिल थोकर कश्मीर का ही रहने वाला है।
5. चारों आतंकी टूरिस्टों पर फायरिंग करने के बाद जंगल के रास्ते ही फरार हुए थे। आतंकियों ने भागने से पहले 2 टूरिस्टों के स्मार्टफोन भी छीन लिए थे।
6. चारों आतंकी सेना की वर्दी पहने हुए थे और उनके कपड़ों पर कैमरे लगे हुए थे। इस कैमरों से वे हमले की वीडियो बना रहे थे। यह कैमरे कंधों पर लगे हुए थे।
7. आतंकियों के हाथों में विदेशी हथियार थे। चारों आतंकियों ने AK-47 राइफल से गोलियां बरसाईं। अमेरिका में बनी M4 असॉल्ट राइफल भी थी, जिनके कारतूस मिले हैं।
8. आतंकी हमले का एक वीडियो NIA को मिला है, जो अहम सबूत है। इसे एक फोटोग्रामफ ने ऊंचाई से बनाया था। वीडियो में आतंकी फायरिंग करते दिख रहे हैं।
9. NIA ने भारतीय सेना के एक अफसर के बयान दर्ज किए हैं, जो हमले के समय मौके पर था। परिवार संग छुट्टियां मनाने आया था। वह कश्मीर में ही निुयक्त है।
10. पुलिस कंट्रोल रूम को पहला कॉल 22 अप्रैल को दोपहर करीब 2.30 बजे नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की नवविवाहिता पत्नी ने किया था, जो गोली लगने से घायल थे। घटनास्थल पर सबसे पहले पहलगाम के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) पहुंचे थे।