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11वें दिन उरी, 12 दिन में पुलवामा और 13 दिन बाद पहलगाम का बदला, आतंक के खिलाफ भारत का अब तक का सबसे बड़ा एक्शन

Operation Sindoor : 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में भारतीय सेना ने 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की। पुलवामा हमले के 13 दिन बाद यह कार्रवाई हुई है। इससे पहले उरी और पुलवामा हमले के बाद 11 और 12 दिन बाद भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।

Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: May 7, 2025 10:21

भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) में मौजूद आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया है। इस हमले में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है। भारतीय सेना ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने यह कड़ी कार्रवाई की है।

2016 के बाद जब भी भारत में बड़े आतंकी हमले हुए हैं, भारतीय सेना ने उसका करारा जवाब दिया है। उरी हमले के 11वें दिन, पुलवामा विस्फोट के 12वें दिन और अब पहलगाम हमले के 13वें दिन भारत ने जवाबी कार्रवाई की है।

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कब हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक?

18 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में 16 जवान शहीद हो गए थे। जवाबी कार्रवाई में चारों आतंकियों को मार गिराया गया था। इस घटना के ठीक 10 दिन बाद, 11वें दिन 28 सितंबर 2016 की रात को भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की। इस कार्रवाई में 38 आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई थी।

कब हुई थी एयर स्ट्राइक?

14 फरवरी 2019 को पुलवामा में CRPF के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया था।
इसके 12 दिन बाद, 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर हवाई हमला किया। इस स्ट्राइक में 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया था।

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यह भी पढ़ें : भारत पर पलटवार करने से पहले 100 बार क्यों सोचेगा पाकिस्तान? ये रही पड़ोसी देश की सबसे बड़ी मजबूरी

अब मिसाइल स्ट्राइक – ‘ऑपरेशन सिंदूर’

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए बर्बरता से हमला किया। इस हमले में लगभग 26 लोगों की हत्या कर दी गई। इस क्रूर हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा फूट पड़ा और चारों ओर से एक ही आवाज उठी कि “अब बहुत हो गया।”


हमले के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दौरे पर थे, लेकिन वह दौरा बीच में छोड़कर तुरंत भारत लौट आए और उच्चस्तरीय बैठकें शुरू हुईं। 6 मई तक लगातार सुरक्षा और रणनीतिक स्तर पर बैठकों का दौर चला। पाकिस्तान की ओर से इस दौरान यह बयान आता रहा कि भारत किसी भी समय हमला कर सकता है।

7 मई को गृह मंत्रालय ने एक मॉक ड्रिल की योजना बनाई थी, लेकिन उससे पहले ही घटना के 13 दिन बाद भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर हमला कर दिया। इस ऑपरेशन में कुल 9 स्थानों पर स्ट्राइक की गई। सेना का कहना है कि इस अभियान में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, न कि पाकिस्तानी सेना को।

First published on: May 07, 2025 08:58 AM

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