Operation Dost: भूकंप प्रभावित तुर्की में बचाव और राहत कार्य में जुटी भारतीय सेना घायलों के जख्मों पर मरहम लगाने के साथ प्यार की झप्पी भी दे रही है। इंडियन आर्मी के ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई एक तस्वीर पूरी दुनिया का दिल जीत रही है।
इंडिनय आर्मी ने दो महिलाओं की तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है। कैप्शन में लिखा है कि ‘वी केयर’। इंडियन आर्मी की इस कार्यशैली की सोशल मीडिया पर सराहना हो रही है। साथ ही ये भी संदेश मिल रहा है कि भूकंप प्रभावित तुर्की को भारत किस हद तक सपोर्ट कर रहा है।
---विज्ञापन---We Care.#IndianArmy#Türkiye pic.twitter.com/WoV3NhOYap
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) February 9, 2023
सीरिया और तुर्की की मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’
भारत ने सोमवार के विनाशकारी भूकंपों और भूकंप के बाद के झटकों के बाद तुर्की और सीरिया को सहायता प्रदान करने के लिए ऑपरेशन दोस्त (Operation Dost) की शुरुआत की है। भारत ने भूकंप प्रभावित देश में राहत और बचाव कार्य के लिए चिकित्सा आपूर्ति, मेडिक्स और खोज-बचाव टीमों को भेजा है। बता दें कि तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हजार से ज्यादा हो गई है जबकि दोनों देशों में घायलों की संख्या 78 हजार से ज्यादा है।
भारत सरकार बोली- हम G20 मंत्र का कर रहे हैं पालन
बता दें कि दो दिन पहले भारत ने राहत सामग्री, एक मोबाइल अस्पताल और विशेष बचाव दल को तुर्की भेजा है। इसके अलावा भारतीय वायु सेना के सी-130 जे विमान के जरिए सीरिया में भी राहत सामग्री भेजी गई है। बता दें कि अमेरिका की ओर से सीरिया में कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं, इसके बावजूद सीरिया को भारत की ओर से सहायता भेजने पर मोदी सरकार ने कहा कि हम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के जी-20 मंत्र का पालन कर रहे हैं।
Indian @NDRFHQ teams have now reached Gaziantep and commenced search and rescue operations.
Wish them the very best in their efforts.
#OperationDost pic.twitter.com/SG9JCvQWuU— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) February 8, 2023
तुर्की और सीरिया में भारत के 250 कर्मियों की टीम तैनात
तुर्की और सीरिया के बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में 250 कर्मियों को पहले ही तैनात किया जा चुका है। 135 टन से अधिक वजन के विशेष उपकरण और अन्य राहत सामग्री भी तुर्की पहुंच गई है। इसके अलावा डॉग स्क्वायड, विशेष वाहनों और अन्य आपूर्तियों के साथ 150 से अधिक विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की एनडीआरएफ की तीन टीमें तुर्की में बचाव और राहत कार्यों में जुटी हैं।
इसके अलावा, भारतीय सेना के 30 बिस्तरों वाले फील्ड अस्पताल की स्थापना के लिए कर्मियों और उपकरणों को भेजा गया है। MEA ने कहा कि अस्पताल पूरी तरह कार्यात्मक ऑपरेशन थियेटर और एक्स-रे और वेंटिलेटर जैसी सुविधाएं प्रदान करेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि एनडीआरएफ की टीमें गजियांटेप में बचाव कार्यों में सहायता कर रही हैं, जबकि मेडिकल टीम इस्केंडरन में फील्ड अस्पताल स्थापित कर रही है।
और पढ़िए –Turkey-Syria Earthquake: भूकंप की भयावह तस्वीर, कार पार्किंग बन गई मुर्दाघर
The army field hospital in Iskenderun, Hatay, Türkiye has started functioning with running Medical, Surgical & Emergency Wards; X-Ray Lab & Medical Store. @adgpi team will work 24 x 7 to provide relief to the affected people.#OperationDost https://t.co/D9ATv2rfAV pic.twitter.com/zFFI85t2sG
— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) February 9, 2023
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की टीम भी तैनात
बचाव और राहत कार्यों में शामिल टीमों की सहायता के लिए विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की एक टीम, जिनमें से दो तुर्की भाषी हैं, को तुर्की में तैनात किया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, “भारत इस विनाशकारी भूकंप से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है।”