Odisha: ओडिशा में एक दूल्हे को शादी के लिए 28 किमी पैदल चलना पड़ा। वह पैदल चलकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा। उसके पीछे-पीछे बाराती भी पैदल पहुंचे थे। दरअसल, ड्राइवरों की हड़ताल के कारण दूल्हे का परिवार वाहन की व्यवस्था नहीं कर सका।
दिबालापाडू गांव जानी थी बारात
यह पूरा मामला रायगड़ा जिले का है। जिले के कल्याणसिंहपुर ब्लॉक के सुनखंडी पंचायत के रहने वाले एक युवक की शादी दिबालापाडू गांव लड़की से तय की थी। तय तारीख के मुताबिक गुरुवार को बारात पहुंचनी थी। बारातियों को ले जाने के लिए गाड़ी भी बुक थी। लेकिन ऐन मौके पर ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी। ऐसे में उन्हें पैदल ही शादी के लिए जाना पड़ा।
दूल्हा और बाराती 28 किमी पैदल चलकर दिबालापाडू गांव पहुंचे, जहां शुक्रवार को शादी हुई। सोशल मीडिया पर दूल्हा और उसके परिवार के सदस्यों सहित कुछ महिलाओं को रात में पैदल चलते हुए वीडियो सामने आया है।
दूल्हा और परिवार के लोग दुल्हन के घर रुके
दूल्हे के परिवार के सदस्यों में से एक ने कहा, ड्राइवरों की हड़ताल के कारण कोई गाड़ी नहीं मिल सकी। हम दुल्हन के गांव पहुंचने के लिए पूरी रात चले। हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था।
शुक्रवार सुबह निकाह का रस्म अदायगी की गई। लेकिन दूल्हा और उसके परिवार के सदस्य दुल्हन के घर पर ही रुके रहे और ड्राइवरों के संघ द्वारा हड़ताल वापस लेने का इंतजार किया, ताकि वे घर लौट सकें।
90 दिन के लिए हड़ताल स्थगित
चालक एकता महासंघ ने बीमा, पेंशन, कल्याण बोर्ड के गठन और अन्य जैसे सामाजिक कल्याण उपायों की मांग को लेकर बुधवार से राज्य भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है।
ओडिशा में वाणिज्यिक वाहनों के चालकों की हड़ताल शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा उनकी सभी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद 90 दिनों के लिए स्थगित कर दी गई।
मुख्य सचिव पी के जेना और डीजीपी एस के बंसक द्वारा हड़ताली चालकों से हड़ताल वापस लेने की अपील करने के कुछ घंटे बाद ही चालक एकता महासंघ ने यह घोषणा की।
हड़ताल से जनजीवन हुआ प्रभावित
दो लाख से अधिक वाहन चालकों की हड़ताल से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है, जिससे कार्यालय जाने वाले और पर्यटक सहित लोग विभिन्न स्थानों पर डटे रहे। इससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी वृद्धि हुई है।
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