Ramal Cyclone Devastation: भारी बारिश के कारण असम, मणिपुर और मिजोरम में भारी तबाही मची है। बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 50 से पार पंहुच गई है। लगभग 11 जिलों में 3.5 लाख लोगों के प्रभावित होने की बात सामने आई है। चक्रवात रेमल के कारण भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में स्थिति भयावह हुई है। मिजोरम में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 29 पंहुच गई है। वहीं, असम की इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
Flash:
---विज्ञापन---The troops of #AssamRifles rescued about 1,000 people from flood-affected areas in #Manipur, which was badly hit by incessant rains due to #CycloneRemal.
In a statement, the Assam Rifles said its troops successfully carried out rescue operation in #flood-affected areas… pic.twitter.com/FVNOTQwi2T
---विज्ञापन---— Yuvraj Singh Mann (@yuvnique) May 30, 2024
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इंफाल नदी लगातार उफान पर है। ऐसे में राज्य के कुछ इलाकें जलमग्न हो गए हैं। असम में लगभग 11 जिलों में 3.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मिजोरम के कोलासिब जिले के तलावंग नदी से एक महिला का शव मिला है, जिसकी पहचान वलालरूअली के रूप में हुई है। बाढ़ से असम के लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। चक्रवात रेमल के कारण यहां भारी बारिश हुई है। कई जिलों में सड़कें और रेल यातायात प्रभावित होने के कारण आम जनजीवन पर बुरा असर दिख रहा है।
Cyclone Ramal in the Bay of Bengal. #CycloneRemal pic.twitter.com/nYqPqGnFsY
— Ayesha (@Ayesha86627087) May 27, 2024
बराक घाटी में सड़क और रेल मार्ग पूरी तरह बंद
उधर, बराक घाटी में कछार सबसे प्रभावित क्षेत्र माना गया है। बाढ़ से जिले में लगभग 14 हजार से अधिक लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। बराक घाटी में रेल और सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं। राहत शिविरों में भीड़ है। कार्बी, कछार, होजाई, करीमगंज धेमाजी, दीमा-हसाओं आदि क्षेत्रों में भारी नुकसान बाढ़ ने मचाया है। रेमल को देखते हुए राज्य में 187 राहत शिविर खोले गए थे। जिसमें 28 हजार से अधिक लोग रहने के लिए आए हैं।