पहलगाम आतंकी हमले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी कर रही है, जिसकी शुरुआती जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। NIA के DG (महाराष्ट्र कैडर) सदानंद दाते ने पहलगाम में घटनास्थल का दौरा किया था। DG ने ही जांच रिपोर्ट तैयार की है और वह इस रिपोर्ट को गृह मंत्रालय को सौंप देंगे। NIA की जांच रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी हमले की साजिश ISI के इशारे पर लश्कर-ए-तैयबा के POK में बने हेड क्वार्टर में रची गई थी।
आतंकी हमले में 2 पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं, जिन पर 20-20 लाख का इनाम रखा गया है। इन आतंकियों के नाम हाशिम मूसा (पाकिस्तानी सेना का कमांडो) और अली उर्फ तल है। दोनों लश्कर के ट्रेंड आतंकी है , जिन्होंने ISI के साथ मिलकर आतंकी हमले को अंजाम दिया है। NIA ने अपनी रिपोर्ट में पहलगाम आतंकी हमले के लिए सीधे पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। आतंकी हमले से सीधा पाकिस्तान का कनेक्शन मिला है।
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22 अप्रैल को हुआ था आतंकी हमला
बता दें कि 22 अप्रैल दिन मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था। 4 से 5 हथियारों से लैस आतंकियों ने 26 भारतीय पर्यटकों की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। आतंकी हमले से भारत सरकार, भारतीय सेना और भारतवासी भड़के हुए हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान से बदला लेने का संकल्प लिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना को आतंकवाद का कुचलने के लिए फ्री हैंड दे दिया है।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत के फैसले
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए। भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दी। संधि को पूरी तरह तोड़ने के लिए 3 स्तर की प्लानिंग भी कर ली है। भारत ने अटारी बॉर्डर को बंद करके पाकिस्तान से सभी तरह के संबंध तोड़ लिए हैं। पाकिस्तान के लिए अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है। पाकिस्तानियों को दिए गए सभी 14 कैटेगरी के वीजा रद्द कर दिए हैं।
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