देश की रोड कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार लगातार एक्टिव मोड में है। यह सभी परियोजनाएं रिन्यूएबल एनर्जी, रूरल डेवलपमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर केंद्रित हैं। इसके लिए हाल ही में सरकार ने कई रोड प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दी है, जिनके बनने से देश में सफर काफी आसान हो जाएगा। इसमें सबसे पहला नाम पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का है, जिसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं, दूसरा नाम अहमदाबाद-राजकोट नेशनल हाईवे का है। जानिए इन दोनों परियोजनाओं से किन गांवों और जिलों को फायदा मिलेगा?
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 244.931 किलोमीटर है, जिसमें पूर्णिया जिले में 59.231 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा। यह छह अंचलों (अंचल वह है, जो किसी खास क्षेत्र को संदर्भित करने के लिए होता है) और 55 मौजों (गांव या उसके आसपास के इलाके को दिखाने के लिए) से होते हुए निकलेगा। यह एक्सप्रेसवे जिले के बड़हरा अंचल के सुखसेना, भटोतर समेत कुल 17 मौजों से निकलेगा। जिसमें धमदाहा अंचल के चिकनी, राजघाट गरैल व दमैली सहित कुल 15 मौजें शामिल हैं। कृत्यानंद नगर अंचल के बिठनौली, खेमचंद, काझा, ठाकुरबाड़ी, अकबराबाद समेत कुल 14 मौजों का नाम शामिल है।
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इसके अलावा, कार पूर्णिया पूर्व अंचल के हंसदा, मतडोभ, मोहनकुंडा तथा सिकंदरपुर मौजा से पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से होते हुए निकलाला जाएगा। अंचल के फतेहपुर, आलमपुर एवं पूपरिआ तथा डगरूआ अंचल के टेंग्री और टेंगरी (242) मौजों से इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से निकाला जाएगा।
अहमदाबाद-राजकोट नेशनल हाईवे
अहमदाबाद-राजकोट नेशनल हाईवे के तैयार होने का लंबे समय से इंतजार है, जिसके काम को लेकर अब ताजा अपडेट सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका काम अब दिसंबर 2024 तक पूरा होने की संभावना है। कुल 201.33 किलोमीटर वाली छह लेन की इस परियोजना की शुरुआत 2018 में हुई थी, जिसकी अनुमानित लागत 3,350 करोड़ रुपये थी। इसके निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य पहले साल 2023 रखा गया था, लेकिन महामारी के चलते कई रुकावटों की वजह से यह परियोजना पूरी नहीं की जा सकी। हालांकि, अब काम में काफी तेजी आई है। जानकारी के मुताबिक, पहले चरण के तहत 197 किलोमीटर में से 98 फीसदी काम पहले ही पूरा हो चुका है। इस हाईवे को दिसंबर 2025 तक पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा।
अहमदाबाद से राजकोट का सफर
पूरी तरह चालू होने के बाद इस हाईवे से यात्रा में काफी बदलाव देखने को मिलेगा। सबसे अहम अहमदाबाद और राजकोट के बीच की यात्रा की दूरी भी कम हो जाएगी। यात्रा का समय 30 से 45 मिनट तक कम हो होगा। इसके अलावा, मोटर चालक ईंधन की खपत में 10 से 15 फीसदी की कमी आएगी। परियोजना में 38 फ्लाईओवर-अंडरपास भी शामिल हैं, जिनमें से 34 का निर्माण पूरा हो चुका है और बाकी चार निर्माणाधीन हैं।
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