NDA Meeting: आगामी 2024 लोकसभा चुनाव की लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है। बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में जुटने वाला है। 18 जुलाई को ही दिल्ली मेंभाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक होगी। ऐसे में बीजेपी अपने पुराने सहयोगियों, जो तत्कालीन परिस्थितियों के चलते छोड़ गए थे, उन्हें दोबारा साथ लाने की कवायद में जुट गई है।
शनिवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को बैठक के लिए आमंत्रित किया है। वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी को भी बैठक के लिए बुलावा भेजा है। 19 जून को जीतन राम माझी ने बिहार के महागठबंधन से नाता तोड़ दिया था। इसके बाद दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
नड्डा बोले- आप एनडीए का महत्वपूर्ण हिस्सा
जेपी नड्डा ने दोनों पार्टियों को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चिराग-माझी के अलावा बिहार के नेता आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, वीआईपी के मुकेश साहनी के भी बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। बैठक के दिन इन पार्टियों के गठबंधन की तस्वीर साफ हो जाएगी।
चिराग बोले- नेताओं संग करेंगे मंथन
चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का पत्र हमें प्राप्त हुआ है। इस बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को एक अहम सहयोगी के तौर पर आमंत्रित किया गया है। आज पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बीजेपी के लिए चिराग-माझी क्यों अहम?
बिहार में करीब 16 फीसदी दलित मतदाता हैं। छह लोकसभा और 36 विधानसभा की सीटें दलितों के लिए आरक्षित हैं। दलित वोट बैंक में चिराग पासवान की पार्टी का एकाधिकार है। जीतन राम माझी भी दलित राजनीति करते हैं। ऐसे में दोनों नेताओं का साथ बीजेपी के लिए बेहद मायने रखता है।
यह भी पढ़ें: PM Modi in UAE: अबूधाबी में प्रधानमंत्री ने क्राउन प्रिंस जायद से की मुलाकात, बुर्ज खलीफा पर तिरंगा और मोदी की तस्वीर