Global Partnership on Artificial Intelligence Summit 2022 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट (GPAI) 2023 को संबोधित किया। दिल्ली के प्रगति मैदान में नवनिर्मित भारत मंडपम में हुए इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान डीप फेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से आ रही अन्य चुनौतियों को लेकर चिंता जताई।
मोदी ने कहा कि डीप फेक की चुनौती पूरी दुनिया के लिए है क्योंकि इसका इस्तेमाल जानबूझकर गलत सूचनाएं फैलाने के लिए या गलत इरादों के साथ किया जा सकता है। अगर आतंकी संगठनों के हाथों में एआई के टूल आ जाते हैं तो इसका बेहद भयानक असर देखने को मिल सकता है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पूरी दुनिया को इस मुद्दे पर विचार करने की और इसका समाधान ढूंढने की आवश्यकता है।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi at Global Partnership on Artificial Intelligence Summit says, "AI has several positive impacts, but it has many negative impacts too which is a matter of concern. AI can become the biggest tool in the development of the 21st century.… pic.twitter.com/Wt8Gn0CEVV
— ANI (@ANI) December 12, 2023
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एआई के जरिए सामाजिक बदलाव लाने की कोशिश
इसके साथ ही उन्होंने एआई के क्षेत्र में भारत को फ्रंट रनर बताया और कहा कि हम इसका इस्तेमाल कर सामाजिक परिवर्तन लाने की कोशिश कर रहे हैं। हमने हाल ही में कृषि के क्षेत्र में एक एआई चेक पोर्टल की शुरुआत की थी। यह किसानों को उनके आवेदन की स्थिति, भुगतान की जानकारी हासिल करने और आसानी से सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी पाने व जागरूक रहने की सुविधाएं प्रदान करता है।
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भारत एआई के जिम्मेदार इस्तेमाल के लिए प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हमारा विकास मंत्र सबका साथ सबका विकास है। हमने एआई फॉर ऑल की भावना से प्रेरित होकर सरकारी नीतियां और प्रोग्राम तैयार किए हैं। हमारी कोशिश सामाजिक विकास और समावेशी वृद्धि के लिए एआई की क्षमताओं का पूरा उपयोग करने की है। उन्होंने आगे कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार और नैतिक इस्तेमाल के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
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एआई मिशन की जल्द की जाएगी भारत में शुरुआत
उन्होंने आगे कहा कि हम भारत में एआई मिशन की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं। इसमें हमारा फोकस कृषि, हेल्थकेयर और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में एआई के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने पर होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय एआई पोर्टल ऐसी पहलों को सपोर्ट करने और प्रमोट करने में अहम भूमिका निभाएगा। एआई की विकास यात्रा जितनी समावेशी होगी समाज को उतना ही बेहतर परिणाम मिलेगा।