Dakshin Express Crime: नागपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 28 दिसंबर की सुबह हजरत निजामुद्दीन जाने वाली दक्षिण एक्सप्रेस के भीड़ भरे जनरल डिब्बे में चार चोरों ने 25 वर्षीय फार्म वर्कर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पीड़ित व्यक्ति उत्तर प्रदेश के झांसी का रहने वाले थे। शुशांक रामसिंह राज अपने दोस्त कपिल कुमार के साथ यात्रा कर रहा थे। बता दें कि यह हमला सुबह 3:30 बजे हुआ, जब ट्रेन में लोग सो रहे थे। यह घटना तब सामने आई जब ट्रेन कई घंटे बाद नागपुर पहुंची। इसके चलते यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
अपराधियों की हुई गिरफ्तारी
हालांकि, रेलवे पुलिस फोर्स ने वर्धा के पास से सभी चार संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि ट्रेन अभी भी चल रही थी। आरोपियों की पहचान हैदराबाद के रहने वाले सैय्यद समीर, मोहम्मद फैयाज हसीमुद्दीन, 19, एम. शाम कोटेश्वर राव और एक नाबालिग के रूप में की गई है।
कब हुआ हमला?
बता दें कि हमलावरों ने कुमार की जेब से 1,700 रुपये और एक मोबाइल फोन चुराने का प्रयास किया, जिसके बाद अचानक हिस्सा बढ़ गई है। बता दें कि कुमार और राज भीड़भाड़ वाले कोच में शौचालय के पास सो रहे थे। चोरी के समय कुमार की प्रतिक्रिया ने अन्य यात्रियों को सतर्क कर दिया।
एक रेलवे कर्मचारी ने बताया कि जब राज ने अपने दोस्त का बचाव करने की कोशिश की तो हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया। यात्रियों ने बताया कि हमलावरों ने लगभग 30 मिनट तक राज की जमकर पिटाई की। इसके कारण राज को गंभीर आंतरिक चोटें लगी और जब वो सुबह 6:30 बजे बाथरुम गया तो उसने खून की उल्टी की और बेहोश हो गया।
एक पैंट्री कार अटेंडेंट ने इसकी जानकारी रेलवे सुरक्षा बल को दी, क्योंकि ट्रेन महाराष्ट्र के वर्धा में हिंगनघाट से गुजरी थी। चार संदिग्ध को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि हमलावर सिकंदराबाद से ट्रेन में चढ़े थे और नागपुर में उतरने की योजना बना रहे थे। स्थानीय रेलवे और मेयो अस्पताल की टीमों द्वारा फॉरेंसिक एविडेंस कलेक्शन के लिए ट्रेन को 90 मिनट तक नागपुर स्टेशन पर रोका गया था। रेलवे के अधिकारियों ने राज के परिजनों के लिए 1.5 लाख रुपये का मुआवजा देगा।
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