Municipal Corporation Officer Beaten: ओडिशा के पुलिस अफसर द्वारा जवानों को प्रदर्शनकारियों का टांगें तोड़ने का निर्देश देने वाला वीडियो वायरल हुआ था। अब ओडिशा से एक और वीडियो सामने आया है, जो भुवनेश्वर नगर निगम मे हुए घटनाक्रम का है। नगर निगम ऑफिस में एक अफसर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। फिर ऑफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। लोगों ने अफसर को लात-घूंसों से पीटा, धक्के मारे और घसीट-घसीटकर दफ्तर से बाहर निकाल दिया। लोगों ने इस हंगाम का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। पीड़ित की पहचान नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू के रूप में हुई।
I am utterly shocked seeing this video.
Today, Shri Ratnakar Sahoo, OAS Additional Commissioner, BMC, a senior officer of the rank of Additional Secretary was dragged from his office and brutally kicked and assaulted in front of a BJP Corporator, allegedly linked to a defeated… pic.twitter.com/yf7M3dLt9C
---विज्ञापन---— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) June 30, 2025
पुलिस ने दर्ज की हमला करने की FIR
पीड़ित ने पुलिस को दुर्व्यवहार की शिकायत दी। पुलिस ने अफसर की शिकायत पर एक्शन लेते हुए FIR दर्ज कीऔर जीवन राउत, रश्मि महापात्रा और देबाशीष प्रधान नामक 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। नगर निगम के अफसर के साथ बदसलूकी के विरोध में विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजद) के पार्षदों और BMC के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के सबसे व्यस्त जनपथ रोड को ब्लॉक कर दिया। आज ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने हमले के विरोध में सामूहिक अवकाश का आह्वान किया हुआ है। ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और BMC की महापौर सुलोचना दास ने भी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
अफसर के साथ क्यों की गई मारपीट?
पुलिस को दी शिकायत में रत्नाकर साहू ने बताया कि शिकायतों की सुनवाई के दौरान उन पर हमला किया गया। जन शिकायतों की सुनवाई चल रही थी कि कुछ लोग अचानक उनके चैंबर में घुस आए। उन लोगों ने उनका कॉलर पकड़ लिया और खींचते हुए बाहर ले गए। जबरन अपनी गाड़ी में डालकर ले जाने की कोशिश करने लगे। सुबह के करीब साढ़े 11 बजे का समय था। आरोपियों में शामिल जीवन राउत भी पार्षद हैं। वे अपने साथ 5-6 लोगों को लेकर आए थे। चैंबर में घुसते ही जीवन राउत ने पूछा कि जग भाई के साथ दुर्व्यवहार तुमने किया है क्या? मैंने इनकार कर दिया तो वे लोग हाथापाई करने लगे। वे कॉलर से पकड़कर खींचते हुए बाहर ले आए और पीटने लगे। जमीन पर धक्का देकर गिरा दिया। फिर ऑफिस से बाहर फेंक दिया और अपनी गाड़ी में डालकर ले जाने लगे, लेकिन लोगों ने बीच बचाव करके रोक लिया।