नई दिल्ली: छोटा शकील गिरोह का शार्पशूटर रहा एक शख्स की तलाश मुंबई पुलिस 20 साल से कर रही थी। वह हत्या का आरोपी है। अब पता चला है कि जिस शार्पशूटर को पुलिस ढूंढ रही थी वो पांच साल के एक अन्य मामले में जेल में बंद है।
हत्या का आरोपी है माहिर सिद्दीकी
शार्पशूटर माहिर सिद्दीकी ने जुलाई 1999 में बॉम्बे अमन कमेटी के अध्यक्ष वाहिद अली खान की हत्या कर दी थी और घटनास्थल से भाग गए थे। एक अदालत ने अभियोजन पक्ष के मामले में कई विसंगतियों का हवाला देते हुए सिद्दीकी को बरी कर दिया। महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) मामलों के विशेष न्यायाधीश एएम पाटिल ने कहा कि यह एक ‘अनसुलझा रहस्य’ था कि पुलिस 20 साल तक आरोपी का पता नहीं लगा सकी, जबकि वह पांच साल तक जेल में रहा था। मामला।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, सिद्दीकी और एक सह-आरोपी ने जुलाई 1999 में मुंबई के एलटी मार्ग इलाके में उनके घर के पास खान की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपराध करने के बाद दोनों मौके से भाग गए। मई 2019 में पुलिस ने सिद्दीकी का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्हें उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले और चार्जशीट दायर की।
हत्या छोटा शकील के इशारे पर हुई
पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान, पाया कि हत्या छोटा शकील के इशारे पर की गई थी। अदालत ने अपने आदेश में कहा कि सिद्दीकी के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल करने के समय अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि वह घटना की तारीख से गिरफ्तारी तक फरार था। लेकिन वह 2014 से 2019 के बीच एक अन्य मामले में विचाराधीन कैदी था और उसे सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। अदालत ने पूछा कि जब वह जेल में था तब पुलिस उसका पता लगाने में कैसे विफल रही।