Electric Loco Workshop Dahod : भारत में ट्रेनों को रिफॉर्म किया जा रहा है। नए तरीके के कोच बनाए जा रहे हैं, लग्जरी ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जा रही है। आने वाले कुछ समय में बुलेट ट्रेन भी चलने वाली है। इतना ही नहीं, मालगाड़ियों की स्पीड भी बढ़ाई जा रही है। हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मालगाड़ी की स्पीड बढ़ाए जाने की दिशा में एक बड़ी जानकारी दी है।
माना जा रहा है कि अगले महीने तक भारत को 9,000 हॉर्स पावर (एचपी) वाला देश का सबसे शक्तिशाली और आधुनिक रेल इंजन मिल जाएगा। यह इंजन इतना शक्तिशाली होगा कि 4,500-5,000 टन वाली मालगाड़ियों को 100 किमी प्रति घंटे की गति से खींच सकता है। शनिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुजरात के दाहोद वर्कशॉप में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव उत्पादन फैक्ट्री का दौरा किया। उन्होंने बताया कि लॉन्च के लिए तैयार 89% इंजन मेड इन इंडिया है।
सिंगल इंजन वाला पॉवरफुल लोकोमोटिव
अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि मैं इंजीनियरों को 100% मेक इन इंडिया इंजन हासिल करने की चुनौती देता हूं। इन इंजनों के निर्यात की काफी संभावनाएं हैं। पहला लोको 30-40 दिनों में लॉन्च के लिए तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 2020 में रेलवे ने मधेपुरा (बिहार) में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री में 12,000 एचपी इलेक्ट्रिक इंजन बनाए थे, लेकिन इस मॉडल में दो इंजन हैं, जबकि दाहोद में बनाए जा रहे इंजनों में एक इंजन है।
2022: PM @narendramodi Ji laid the foundation
2024: Factory construction completed
2025: Testing India-made 9,000 HP loco… Flag-off soon…---विज्ञापन---Make in India, Make for the World!
from Dahod. pic.twitter.com/yDN94BC1f3— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) March 1, 2025
क्या बोले रेल मंत्री?
उन्होंने कहा कि यह इंजन अकेला है, ऐसे में वह भारत में रेलवे का सबसे शक्तिशाली इंजन होगा। इन 9,000 एचपी इंजनों के शुरू होने के बाद माल ढुलाई के मामले में नई क्रांति आ जाएगी। दाहोद में बन रहे नए इंजन को लेकर एक अधिकारी ने बताया कि यह लोकोमोटिव डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम, कवच समेत कई आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से लैस होगा।
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वहीं, अहमदाबाद-मुंबई के बीच शुरू होने वाली बुलेट ट्रेन को लेकर अश्विनी वैष्णव का कहना है कि बुलेट ट्रेन का लगभग 360 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है। उद्धव ठाकरे द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के कारण हमें जो ढाई साल का नुकसान हुआ है, हम उसकी भी भरपाई करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में तेजी से काम चल रहा है, 2 किमी लंबी सुरंग पर भी काम लगभग पूरा हो चुका है।