Mohammad Azharuddin: पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन मंत्री बन गए हैं. उन्हें तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार ने अपनी कैबिनेट में शामिल किया है. आज राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने मोहम्मद अजहरुद्दीन को मंत्री पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई. वहीं उन्हें मिलाकर अब तेलंगाना सरकार में 16 मंत्री हो गए हैं. मोहम्मद अजहरुद्दीन तेलंगाना कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट भी हैं और अब उन्हें राज्यपाल कोटे से तेलंगाना विधान परिषद के लिए निर्वाचित किया गया था और अब उन्हें मंत्री पद दिया गया है.
#WATCH | Hyderabad, Telangana: Congress leader and former Cricketer Mohammad Azharuddin takes oath as Minister at Raj Bhavan. Governor Jishnu Dev Verma administers the oath to him.
(Video Source: I&PR Telangana) pic.twitter.com/oGRIydcCVe---विज्ञापन---— ANI (@ANI) October 31, 2025
हार गए थे 2023 का विधानसभा चुनाव
बता दें कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव में तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी का एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीता था. मोहम्मद अजहरुद्दीन भी चुनाव हार गए थे, ऐसे में कहा जा रहा है कि तेलंगाना में मुस्लिम समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व देने के लिए अजहरुद्दीन को विधान परिषद और कैबिनेट सदस्य बनाया गया है. हैदराबाद की जुबली हिल्स विधानसभा का उपचुनाव भी होना है और यहां पर 30 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं, ऐसे में मोहम्मद अजहरुद्दीन को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने का विपक्ष विरोध कर रहा था.
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विपक्ष ने कहा आचार संहिता का उल्लंघन
सियासी गलियारों में चर्चा है कि जुबली हिल्स में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव को ध्यान में रखते ही रेवंथ रेड्डी ने मोहम्मद अजहरुद्दीन को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला लिया है, हालांकि विपक्ष ने चुनाव आयोग के पास इसे मतदाताओं को प्रभावित करने वाला कदम बताते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को उपचुनाव होना है. इससे ठीक पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन को कैबिनेट मंत्री बनाने की प्रक्रिया को BJP ने आचार संहिता का उल्लंघन कहते हुए आरोप लगाया है.
कौन हैं मोहम्मद अजहरुद्दीन?
मोहम्मद अजहरुद्दीन पूर्व भारतीय क्रिकेटर, टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन और पॉलिटिशियन हैं. तेलंगाना के हैदराबाद में जन्मे पूर्व क्रिकेटर 1984 में क्रिकेट की दुनिया में आए थे और 1990 से 1999 भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन रहे. 1984 में डेब्यू करने के बाद साल 2000 तक उन्होंने 99 टेस्ट मैच और 334 वनडे मैच खेले थे.
साल 2000 में मैच फिक्सिंग स्कैंडल में नाम आने के बाद BCCI ने उनके क्रिकेट खेलने पर जिंदगीभर के लिए प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे साल 2012 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने हटा भी दिया था, लेकिन वे क्रिकेटमें वापस नहीं आए, बल्कि साल 2009 में उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली और उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से सांसद बने. इसी सीट से वे साल 2014 में भी सांसद बने. मोहम्मद अजहरुद्दीन को हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था.










