Modi Cabinet Approves Agreement India and Japan on Semiconductor Supply Chain: भारत अब सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में बड़ी छलांग लगाने जा रहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी पर भारत और जापान के बीच सहयोग के एक ज्ञापन को मंजूरी दे दी है। दोनों देशों के बीच सहयोग ज्ञापन पर जुलाई में हस्ताक्षर किए गए थे।
इसी साल जुलाई में हुआ था समझौता
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को भारत गणराज्य के इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार व उद्योग मंत्रालय के बीच जुलाई 2023 में हस्ताक्षरित एक सहयोग ज्ञापन (एमओसी) से अवगत कराया गया। जापान सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के संयुक्त विकास और अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन को बनाए रखने के लिए भारत के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला अमेरिका के बाद दूसरा क्वाड भागीदार बन गया है।
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भारत-जापान के रिश्ते होंगे मजबूत
बयान में कहा गया है कि एमओसी का उद्देश्य उद्योगों और डिजिटल प्रौद्योगिकियों की उन्नति के लिए सेमीकंडक्टर के महत्व को पहचानते हुए इसकी आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने की दिशा में भारत और जापान के बीच सहयोग को मजबूत करना है। एमओसी दोनों पार्टियों (दोनों देशों) के हस्ताक्षर की तारीख से प्रभावी होगा और पांच साल तक के लिए लागू रहेगा। बयान में कहा गया है कि आसान सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला को आगे बढ़ाने के लिए ये दोनों के सहयोग से किया जाएगा।
अक्टूबर 2018 में जापान की यात्रा के दौरान पीएम मोदी शुरू की थी चर्चा
बताया गया है कि पीएम मोदी ने अक्टूबर 2018 में जापान की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच विज्ञान के क्षेत्र में और भारत-जापान डिजिटल साझेदारी की चर्चा शुरू की थी। सरकार की ओर से बताया गया है कि चल रही साझेदारी के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और ज्यादा गहरे होंगे। कहा गया है कि जापान करीब 100 सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्रों के साथ सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम वाला टॉप 5 देशों में से एक देश है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पूर्व में चीन सबसे ज्यादा सेमीकंडक्टर सप्लाई करने वाला देश था।