केंद्र सरकार ने 26/11 मुंबई हमलों के कथित मास्टरमाइंड और आरोपी तहव्वुर राणा को उसके गुनाहों की सजा दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तहव्वुर राणा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में चल रहे मुकदमों को लड़ने के लिए वकीलों की एक टीम तैयार की है। यह टीम सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की अध्यक्षता में काम करेगी।
गृह मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना
गृह मंत्रालय ने इस संबंध में गुरुवार को एक अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के मुताबिक, वकीलों की नियुक्ति राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम, 2008 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 के तहत की गई है। अधिसूचना में कहा गया कि केंद्र सरकार, भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की अध्यक्षता में विशेष लोक अभियोजकों की एक टीम नियुक्त करती है। इसमें अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू, वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और अधिवक्ता नरेंद्र मान शामिल हैं। यह टीम एनआईए की ओर से दिल्ली स्थित एनआईए विशेष अदालतों, दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे और अन्य मामलों में सरकार की पैरवी करेगी। यह टीम 3 साल या उक्त मामले की सुनवाई पूरी होने तक काम करेगी।
6 जून तक तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में है राणा
बता दें कि पिछले हफ्ते पटियाला हाउस कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 6 जून तक तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। राणा को एनआईए की हिरासत खत्म होने से एक दिन पहले स्पेशल एनआईए जज चंदर जीत सिंह के सामने पेश किया गया था। एनआईए ने जज के सामने राणा की वॉइस और हैंडराइटिंग के नमूने लिए गए। अभी तक वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन और स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर नरेंद्र मान पटियाला हाउस कोर्ट में एनआईए का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कानूनी मदद के तहत वकील पीयूष सचदेव और लक्ष्य धीर तहव्वुर राणा की तरफ से पेश हुए थे।
10 अप्रैल को भारत लाया गया था तहव्वुर राणा
मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों की साजिश रचने वाले तहव्वुर राणा को 10 अप्रैल को भारत लाया गया था। फिलहाल वह एनआईए की हिरासत में है। भारत पिछले 17 वर्षों से राणा और उसके साथी डेविड कोलमैन हेडली के प्रत्यर्पण की कोशिश में लगा था, जो 2009 में ही अमेरिका में गिरफ्तार हुए थे। मुंबई आतंकी हमलों की साजिश में तहव्वुर राणा की भूमिका उसके बचपन के दोस्त सह-आरोपी डेविड हेडली से पूछताछ के दौरान सामने आई थी। 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों में 10 पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे, जिन्होंने अरब सागर के रास्ते मुंबई पहुंचने के बाद कई स्थानों पर हमले किए थे।