Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के 104वें एपिसोड को संबोधित कर रहे हैं। ये संबोधन इस वक्त इसलिए भी खास है, क्योंकि हाल ही में इसरो ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग कराई है। मिशन चंद्रयान-3 में महिला वैज्ञानिकों की भागीदारी को पीएम मोदी ने बेहद खास बताया।
पीएम मोदी ने कहा कि 23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान-3 ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज, चांद पर भी उगते हैं। उन्होंने कहा कि मिशन चंद्रयान, नए भारत की उस भाव का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है।
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23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान-3 ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज, चांद पर भी उगते हैं।
मिशन चंद्रयान, नए भारत की उस spirit का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है।#MannKiBaat pic.twitter.com/VY5oDdocv6
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महिला वैज्ञानिकों ने संभाली अहम जिम्मेदारी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं। इन्होंने अलग-अलग विभागों में प्रोजेक्ट डायरेक्टर और प्रोजेक्ट मैनेजर जैसी कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं।
हमारे सपने और प्रयास बड़े हैं
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे सपने भी बड़े हैं और हमारे प्रयास भी बड़े हैं। चंद्रयान-3 की सफलता में हमारे बैज्ञानिकों के साथ ही दूसरे सेक्टर्स की भी अमह भूमिका रही है। तमाम पार्ट्स और तकनीकी जरूरतों को पूरा करे में कितने ही देशवासियों ने योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि जब सबका प्रयास लगा, तो सफलता भी मिली। यही चंद्रयान-3 की सबसे बड़ी सफलता है।
आज हमारे सपने भी बड़े हैं और हमारे प्रयास भी बड़े हैं। #MannKiBaat pic.twitter.com/4KbswGwmJS
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सितंबर में दिखेगा भारत का सामर्थ्य
अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि सितंबर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। अगले महीने होने जा रही जी20 लीडर्स समिट के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। जी20 समिट के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी।
सितम्बर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। अगले महीने होने जा रही G-20 Leaders's Summit के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है।
G-20 Summit के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी।#MannKiBaat pic.twitter.com/rCYW8HnK7w
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भारत ने जी20 को दिया समावेसी मंच
अपनी प्रेजीडेंसी के दौरान भारत ने जी20 को और ज्यादा समावेशी मंच बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकन यूनियन भी जी20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम मंच तक पहुंची। उन्होंने कहा कि देश के 60 शहरों में इससे जुड़ी करीब-करीब 200 बैठकों का आयोजन किया गया।
जी20 के सदस्य देशों के प्रतिनिधि जहां भी गए, वहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे। इन खेलों में इस बार भारत की बेस्ट एवर परफोरमेंस रही है। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे। पीएम ने कहा कि आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल्स को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है।
15 अगस्त को दिखा ‘सबका प्रयास’
इस बार 15 अगस्त के दौरान देश ने ‘सबका प्रयास’ का सामर्थ्य देखा। सभी देशवासियों के प्रयास ने ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को वास्तव में ‘हर मन तिरंगा अभियान’ बना दिया। तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट करने में भी इस बार देशवासियों ने नया रिकॉर्ड बना दिया। पीएम मोदी ने कहा कि संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। इसे कई आधुनिक भाषाओं की जननी भी कहा जाता है। आज लोगों में संस्कृत को लेकर जागरूकता और गर्व का भाव बढ़ा है। इसके पीछे बीते वर्षों में देश का विशेष योगदान भी है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति से जुड़ने की, परंपरा का बहुत बड़ा सशक्त माध्यम होती है हमारी मातृभाषा। ऐसे ही भारत की एक और मातृभाषा गौरवशाली तेलुगू भाषा है। 29 अगस्त तेलुगू दिवस मनाया जाएगा। इसलिए आप सभी को तेलुगू दिवस की बहुत-बहुत बधाई।
‘मेरी माटी, मेरा देश’ था 103वां एपिसोड
बता दें कि 30 जुलाई को पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 103वां एपिसोड प्रसारित हुआ था। इस कार्यक्रम में पीएम ने पहली बार ‘मेरी माटी मेरा देश’ का जिक्र किया था। पूर्व में बताया गया था कि आकाशवाणी, डीडी न्यूज, पीएमओ और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के यूट्यूब चैनलों पर भी लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा। हिंदी प्रसारण के तुरंत बाद आकाशवाणी क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित करेगा।