Mahua Moitra Expelled from Lok Sabha: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को कैश फॉर क्वेरी मामले में लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया है। बता दें कि इस मामले में एथिक्स कमेटी ने आज ही सदन में रिपोर्ट पेश की थी। इस फैसले के विरोध में विपक्षी सदस्यों ने विपक्षी सदस्यों ने वॉक आउट किया। वॉक आउट में मोइत्रा के साथ कांग्रेस संसदीय पार्टी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेता शामिल रहे।
TMC MP Mahua Moitra expelled from the Lok Sabha in 'cash for query' matter.
---विज्ञापन---Ethics Committee report was tabled in the House today. pic.twitter.com/73dSVYFvOb
— ANI (@ANI) December 8, 2023
---विज्ञापन---
इसे लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि सदन समिति के निष्कर्षों को स्वीकार करता है कि एक सांसद के तौर पर महुआ मोइत्रा का आचरण अनैतिक और अनुचित था। इसलिए यह उचित नहीं है कि वह सांसद बनी रहें।
#WATCH | Cash for query matter | TMC's Mahua Moitra expelled as a Member of the Lok Sabha; House adjourned till 11th December.
Speaker Om Birla says, "…This House accepts the conclusions of the Committee that MP Mahua Moitra's conduct was immoral and indecent as an MP. So, it… pic.twitter.com/mUTKqPVQsG
— ANI (@ANI) December 8, 2023
निष्कासन पर क्या बोलीं महुआ मोइत्रा
लोकसभा के इस फैसले को लेकर महुआ मोइत्रा की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार सोचती है कि मुझे चुप करके वह अडानी मुद्दे से बच सकते हैं तो वह गलत हैं। उन्होंने कहा कि इस कंगारू कोर्ट ने केवल पूरे देश को यह दिखाया है कि अडानी आपके लिए कितने अहम हैं और एक महिला सांसद को प्रताड़ित करने के लिए वह किस हद तक जा सकते हैं।
मोइत्रा ने कहा कि एथिक्स पैनल की रिपोर्ट में हर नियम को तोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मेरी उम्र 49 साल है और मैं अगले 30 साल तक संसद के अंदर और बाहर आपसे लड़ती रहूंगी। मोइत्रा ने दावा किया कि एथिकल पैनल अपनी रिपोर्ट में जो भी पाया वह दो लोगों की गवाही पर आधारित है जो एक-दूसरे से अलग हैं। कमेटी मुझे उस बात के लिए सजा दे रही है जो लोकसभा में नियमित और स्वीकार्य है और जिसके लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
#WATCH | Mahua Moitra on her expulsion as a Member of the Lok Sabha says, "…If this Modi government thought that by shutting me up they could do away with the Adani issue, let me tell you this that this kangaroo court has only shown to all of India that the haste and the abuse… pic.twitter.com/DKBnnO4Q0d
— ANI (@ANI) December 8, 2023
बता दें कि एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में मोइत्रा की सदस्यता रद्द करने और भारत सरकार द्वारा जांच कराने की सिफारिश की थी। रिपोर्ट पेश होने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस पर चर्चा के लिए प्रस्ताव पेश किया था।